भोपाल। मध्य प्रदेश सहित देश भर में प्रख्यात संत श्री प्रभाकर शास्त्री ‘दद्दाजी’ ने आज अपने आश्रम में अंतिम सांस ली। उन्हें दिल्ली से एयर एंबुलेंस के जरिए आज ही कटनी स्थित उनके आश्रम में लाया गया था। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। याद दिला दें कि श्री देवप्रभारक शास्त्री जी का मूल मंत्र ‘कर्म ही धर्म है’ था। वो बार बार कहते थे कि यदि आप महान धार्मिक व्यक्ति हैं पंरतु अपने कर्म का निर्वाह नहीं कर पा रहे हैं तो आप धर्म का पूर्ण पालन नहीं कर रहे हैं। 


दद्दा जी के भक्त और प्रदेश के पूर्व मंत्री संजय पाठक ने संदेश जारी कर उनके गंभीर होने की जानकारी दी थी। गृहस्थ संत पंडित देवप्रभाकर शास्त्री कुछ दिनों से अस्वस्थ थे। दद्दा जी का किडनी और लीवर का इलाज सर गंगाराम अस्पताल दिल्ली में चल रहा था। शनिवार शाम उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई और चिकित्सकों ने उन्हें वेंटीलेटर सपोर्ट दिया। किडनी के काम न करने के कारण उनका स्वास्थ्य अत्यंत नाजुक हो गया तो चिकित्सकों की सलाह पर दिल्ली से रात करीब आठ बजे दो निजी हवाई जहाज जबलपुर लाया गया। 

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