दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा जिले में चलाए जा रहे लोन वर्राटू अभियान के तहत शुक्रवार को पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है। सुकमा जिले में हुई बड़ी वारदातों में शामिल नक्सलियों ने दंतेवाड़ा में एसपी के सामने आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौट गए। समर्पण करने वाले नक्सलियों में पहला आठ लाख का इनामी राजू उर्फ रोशन ताती (दंडकारंय स्पेशल जोनल सीएनेम उप प्रभारी), दूसरा नक्सली जीरा उर्फ सुकलु आलमी है, जिस पर पांच लाख का इनाम घोषित था। वह बारसूर एरिया कमेटी सदस्य एरिया कमेटी डिकेएमस अध्यक्ष था। वहीं, तीसरा समर्पण करने वाला नक्सली कुम्मा बारसे (डिकेएमस अध्यक्ष) इस पर एक लाख का इनाम घोषित था।
आत्म समर्पित सीएनेम उप प्राभारी राजू उर्फ रोशन ताती वर्ष 2014 में कसालपाड़ इस नक्सली वारदात में 14 जवान शहीद हुए थे। समर्पित नक्सली इस वारदात में वीडियो ग्राफी का काम कर रहा था। वह वर्ष 2017 में भी बुरकापाल नक्सली वारदात में शामिल था। इस वारदात में 25 जवान शहीद हुए थे, एक नक्सली मारा गया था। वर्ष 2016 नारायणपुर इरपानार नक्सली वारदात में भी शामिल था। इसमें पांच नक्सली मारे गए थे।
दूसरा समर्पित नक्सली बारसूर एरिया कमेटी सदस्य वर्ष 2020 में बेडमा में लूटपाट की घटना सहित वर्ष 2020 में ही हत्या करने की घटना जैसे और कई नक्सली वारदातों में शामिल रहा। समर्पित जीरा उर्फ सुकलु आलामी, तीसरा समर्पित नक्सली कुम्मा वर्ष 2013 में बचेली गैस गोदाम के पास पुलिस पर हमला करने वर्ष 2014 में नकुलनार बचेली सड़क को काटने, किरंदुल सड़क बाधित करने सहित और कई नक्सली वारदातों में शामिल था।
तीन नक्सलियों के समर्पण के दौरान सीआरपीएफ के डीआईजी विनय कुमार सिंग, एसपी दंतेवाड़ा अभिषेक पल्लव, अतरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र जायसवाल सहित पुलिस सीआरपीएफ के अधिकारी मौजूद थे।
स्वतंत्रता दिवस से पूर्व लोन वर्राटू अभियान के तहत बड़ी सफलता मिली है, जिले में चलाए जा रहे इस घर वापसी अभियान में अब तक 403 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके है। बड़ी कामयाबी है आने वाले दिनों में और भी नक्सलियों का समर्पण होगा।