ग्वालियर में गुरुवार दोपहर एक बोलेरो ने 5 लोगों को कुचल दिया। हादसे में एक ही परिवार के दो बच्चों, दो महिलाएं और एक पुरुष की मौत हो गई। परिवार मुरैना से लगन फलदान समारोह में शामिल होने के लिए ग्वालियर आया था। कार्यक्रम के बाद सड़क किनारे बस का इंतजार कर रहा था। हादसा बड़ागांव खुरेरी के पास स्थित हसन पुरा ढाबे के पास हुआ। उनके एक रिश्तेदार ने उन्हें दोपहर में जाने से रोका भी था। लेकिन वे जिद पर अड़े थे।

जानकारी के मुताबिक निरपाल उर्फ पप्पू जाटव (59), अपनी पत्नी राजा बेटी जाटव (50), बहू रज्जो जाटव (35), पोती पूनम (7) और दूसरी पोती रेशमा (6) मुरैना के रहने वाले थे। सभी बुधवार को ग्वालियर में रिश्तेदार के यहां लगुन फलदान के समारोह में शामिल होने आए थे। रात में कार्यक्रम में शामिल होने के बाद गुरुवार दोपहर वापस मुरैना जा रहे थे। सभी बस के इंतजार में विक्रांत कॉलेज के पास सड़क किनारे खड़े थे। इसी दौरान तेज रफ्तार बोलेरो आई। किसी को भी संभलने का मौका नहीं मिला। बोलेरो ने पांचों को कुचल दिया। इसके बाद ड्राइवर गाड़ी लेकर भाग गया।

हादसे के बाद भड़के लोग

घटना के बाद पुलिस को स्पॉट पर पहुंचने में कुछ देर हो गई। इस बीच मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ लग गई। उन्होंने हंगामा कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात को संभाला। लोगों ने चक्काजाम कर दिया। बीच सड़क पर कांटों के झाड़ लगा दिए।

काश! मेरी बात मान लेते

पता चला है कि मृतक परिवार को उनके रिश्तेदार महेंद्र ने रोका था। उनका कहना था कि शाम को चले जाना, पर निरपाल उसी समय जाने की जिद पर अड़ा था। रिश्तेदार का कहना है कि काश! वो मेरी बात मान लेता। निरपाल उसकी राजाबेटी परिवार के साथ खड़े थे, तभी बोलेरो मौत बनकर आई। पांचों को कुचलते हुए निकल गई। मैं कुछ सामान लेने आया था, इसलिए बच गया। वरना हादसे का शिकार हो जाता। घटना के बाद ग्वालियर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने परिजन को आर्थिक सहायता की घोषणा की है।