बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा में गुरुवार को बड़े हादसे की खबर सामने आई है. फतेहपुर से मरका गांव जा रही 50 यात्रियों से भरी एक नाव यमुना नदी पार कर रही थी, तभी नाव अचानक तेज बहाव के चलते भंवर में फंस गई. घटना की सूचना पर पुलिस स्थानीय गोताखोर की टीम के साथ मौके पर पहुंची. उधर, हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी का बहाव अत्यधिक होने से गोताखोरों की टीम को लोगों को बचाने में परेशानी का सामना कर पड़ा. जानकारी के मुताबिक, अब तक 11 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है और 35 अभी भी लापता हैं. जबकि 4 लोगों के शव बाहर निकाले गए हैं. मरने वालों में दो महिलाएं, दो बच्चे शामिल बताए जा रहे हैं.

वहीं, एक युवक ने बताया कि फतेहपुर के लक्षमणपुरी निवासी राजू और दीपक उसके दो रिश्तेदार भी नाव में सवार थे, जो अभी भी लापता हैं. युवक ने बताया कि उनके घरवालों को सूचना दे दी है, मौके पर सभी पहुंच रहे हैं. उधर, घटना में सकुशल बचकर आए बुजुर्ग ने बताया कि मरका की तरफ से जा रहे थे, तभी नाव डूब गई. करीब 50-40 लोग नाव में सवार थे, इसमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल थी. मानसून की बारिश के चलते हरियाणा के यमुनानगर में हथिनी कुंड बैराज में पानी का स्तर बढ़ गया. ऐसे में बैराज से सुबह करीब 6 बजे 70 हजार क्यूसेक से ऊपर पानी छोड़ा गया. जिसके चलते यूपी की तरफ जाने वाली यमुना नदी में पानी का तेज बहाव होने लगा. जिसकी चपेट में बांदा में नाव सवार लोग आ गए.

पुलिस अधिकारी ने कहा कि एक दुखद घटना हुई है. बॉर्डर जिला फतेहपुर में नाव से लोग आवाजाही करते हैं. इसी दौरान आज एक नाव पलट गई. तेज हवा चलने की वजह से संतुलन बिगड़ने की वजह से नाव पलट गई. अब तक 15 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है.17 लोग अब भी लापता हैं, सर्च टीम उनकी तलाश कर रही है. नदी से निकाले गए लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. SDRF-NDRF की टीम मौके पर मौजूद हैं. नाव में सवार अन्य लोगों के रिश्तेदार भी घटनास्थल में पहुंच रहे हैं. खास बात यह है कि नाव में सवार में कुछ लोग रक्षाबंधन पर्व पर अपने परिवार से मिलने भी जा रहे थे. रक्षाबंधन पर्व पर हुए हादसे के चलते क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बना है. उधर, आला अधिकारी भी मामले पर पूरी नजर बनाए हुए हैं. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बांदा में नाव दुर्घटना में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. सीएम ने जिला प्रशासन के अधिकारियों, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को तुरंत मौके पर पहुंचकर बचाव, राहत कार्य करने का निर्देश दिया है.