भोपाल । मध्यप्रदेश में बीजेपी की चार सूची आ गई है। दूसरी सूची काफी धमाकेदार थी, जब पार्टी ने अपने तीन केंद्रीय मंत्रियों को मैदान में उतार दिया। वहीं, एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि बीजेपी की पांचवीं सूची विस्फोटक होगी। बीजेपी ने प्रदेश में अभी तक 136 सीटों पर उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक है। इस बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल होंगे। साथ ही बाकी के 94 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम फाइनल करेंगे।

वहीं, बुधवार को एमपी के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से बीजेपी की पांचवीं सूची को लेकर सवाल किया गया था। उन्होंने कहा कि हर लिस्ट धमाकेदार ही होगी, आगे धमाके ही धमाके होने वाले हैं, दिवाली का त्योहार आने वाला है। वहीं, बीजेपी सूत्रों ने कहा कि जिन विधायकों के प्रदर्शन और फीड बैक सही नहीं हैं, उनके नाम अंतिम सूची में ड्रॉप हो सकते हैं। अभी बची हुई 94 सीटों में से 67 सीटें बीजेपी के पास है। सूत्रों का कहना है कि बीजेपी कार्य समिति की बैठक में 25-30 विधायकों के नाम कट सकते हैं। क्योंकि सर्वे में पाया गया है कि उनके निर्वाचन क्षेत्रों के लोग उनके काम से खुश नहीं हैं।

इसके साथ ही पार्टी को लगता है कि इन मौजूदा विधायकों में से लगभग आधे अपनी सीटें जीत नहीं पाएंगे। बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि नए चेहरों को टिकट दिया जा सकता है। सोमवार को घोषित चौथी सूची में शिवराज सरकार के अधिकांश मंत्रियों को उनके संबंधित निर्वाचन क्षेत्रों से मैदान में उतारा गया है।

वहीं, अभी तक बीजेपी की जो सूची आई है, उसमें सात मंत्रियों के नाम नहीं हैं। खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने पहले ही चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। उषा ठाकुर और इंदर परमार का टिकट अभी कंफर्म नहीं हुआ है। प्रदेश के एक बीजेपी सांसद ने कहा कि उषा ठाकुर और इंदौर सिंह परमार को ड्रॉप नहीं किया जाएगा। पार्टी ने इन्हें इनके पूर्व के सीटों पर भेज सकती है। कयास लगाए जा रहे हैं कि उषा ठाकुर को फिर से इंदौर-3 से टिकट मिल सकता है। यहां से वह पूर्व में चुनाव लड़ती रही हैं। अभी यहां से आकाश विजयवर्गीय विधायक हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर-1 से टिकट मिल गया है।

पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर 2013 में इंदौर-3 विधानसभा सीट से विधायक रही हैं। 2018 में उन्हें महू शिफ्ट कर दिया गया था। कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय को इंदौर-2 से टिकट मिला था। उषा ठाकुर सीट बदलने के बाद महू से भी चुनाव जीत गई थीं। महू सीट से 2008 और 2013 में कैलाश विजयवर्गीय विधायक रह चुके हैं।

महू कठिन सीट है, यहां जीत का अंतर काफी रहता है। कांग्रेस कभी यहां बीजेपी से जीत के करीब नहीं रही है। बीते तीन दशकों में यहां बड़ा अंतर रहा है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने 2013 के विधानसभा चुनाव में यहां से कांग्रेस उम्मीदवार अंतर सिंह आर्य को 12,216 वोटों से चुनाव हराया था।

इसके साथ ही 2018 में उषा ठाकुर ने यहां से जीत हासिल की थी। उषा ठाकुर ने 7,157 वोटों से जीत हासिल की थी। चर्चा है कि केंद्रीय नेतृत्व राज्य सभा सांसद कविता पाटीदार को यहां से उतार सकती है। ठाकुर को इंदौर-3 से फिर चुनाव लड़ाया जा सकता है।

वहीं, इंदौर सिंह परमार स्कूली शिक्षा मंत्री हैं। वह 2013 में कालापीपल से विधायक थे। 2018 में उन्हें शुजालपुर से टिकट दिया गया था। कांग्रेस ने कालापीपल से कुणाल चौधरी को टिकट दिया था। उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार को 13,699 वोटों से शिकस्त दी थी।वहीं, सीनियर कांग्रेस नेता राहुल गांधी 30 सितंबर को कालापीपल में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे थे। अब बीजेपी चाहती है कि इंदर सिंह परमार को कालापीपल शिफ्ट किया जाए।