जयपुर . अमित शाह (Amit Shah) ने राजस्थान (Rajasthan) को लेकर तस्वीर साफ कर दी है,
उन्होंने कहा कि चुनाव चिह्न कमल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर बीजेपी चुनावी मैदान में उतरेगी.
अमित शाह ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि जो संगठन में काम करेगा, संगठन के लिए पसीना बहाएगा, उसको इनाम मिलेगा. दरअसल, वसुंधरा राजे का गुट उन्हें मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की मांग कर रहा है.
वैसे पिछले दो विधानसभा चुनाव में वसुंधरा राजे BJP के मुख्यमंत्री पद चेहरा भी नहीं हैं, इस लिहाज से अमित शाह का बयान महत्वपूर्ण माना जा रहा है. जिस तरह से पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के बीच द्वंद्व चल रहा है, उसी को देखते हुए BJP के कार्यसमिति में संदेश देने के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने जयपुर का दौरा किया था.
अमित शाह पूरे रास्ते प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के साथ रहे और उनको क्लीन चिट देते हुए कहा कि संगठन शानदार काम कर रहा है. शाह के इस दौरे में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को जिस तरह अहमियत मिली है, उसे देखकर BJP राजस्थान में चर्चा हो रही है. अपने भाषण में अमित शाह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी जवाब दिया कि वह पांच साल पूरे करें, क्योंकि 5 साल बाद BJP के कार्यकर्ता तीन-चौथाई बहुमत से राजस्थान में सरकार बनाने जा रहे हैं.
दरअसल, सीएम गहलोत लगातार आरोप लगाते रहते हैं कि गृह मंत्री अमित शाह राजस्थान सरकार को गिराने की साज़िश में लगे रहते हैं. ऐसे में अमित शाह का यह बयान बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि सरकार आराम से पांच साल पूरा करे और उसके बाद ही बीजेपी आएगी. अमित शाह ने कहा, ‘गहलोत जी को डर लगता है कि मेरी सरकार गिर जाएगी, अरे भई कौन आपकी सरकार गिरा रहा है. भारतीय जनता पार्टी कभी सरकार नही गिराएगी. हम तो 2023 में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार में आएंगे.’
चर्चा यह भी है कि गृह मंत्री अमित शाह ने अकेले में BJP के बड़े पांच नेताओं को साथ चलने की हिदायत दी है.