इंदौर । भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक सत्यनारायण सत्तन को दो दिन पहले भोपाल तलब किया गया था, लेकिन वे शनिवार को मुख्यमंत्री से मिलने भोपाल पहुंचे हैं। रवाना होने से पहले उन्होंने चर्चा में कहा कि दीपक जोशी को टिकट चाहिए था, नहीं मिलने पर वे नाराज थे, इसलिए वे पार्टी छोड़कर गए। भंवर सिंह शेखावत भी टिकट मांग रहे थे। मुझे न कोई टिकट चाहिए न ही संगठन में किस पद की लालसा नहीं है। भाजपा में जो गलत हो रहा है, मैं मुख्यमंत्री के सामने वह बात रखूंगा।
यह बोले थे सत्तन
भाजपा नेता सत्तन एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। वहां पत्रकारों ने उन्हें आंध्र व कर्नाटक के चुनाव परिणामों को लेकर उनसे सवाल पूछे तो सत्तन ने चुटिले अंदाज में कहा था-आंध्र और कर्नाटक में, भाजपा घुस गई फाटक में । अब देखना है भाजपा का आगे क्या दृश्य होगा।
उनका यह चर्चित बयान सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुआ था। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का उनके पास फोन आया था और भोपाल आकर मिलने के लिए कहा था।
डेमेज कंट्रोल में जुटी भाजपा
दीपक जोशी, भंवर सिंह शेखावत और सत्यनारायण सत्तन के बगावती तेवर भाजपा के लिए परेशानी की वजह बन रहे है। दूसरे नेता भी विरोध की राह न पकड़े, इसलिए भाजपा अब डेमेज कंट्रोल में जुट गई है। दीपक जोशी को मनाने के लिए तो खुद प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव को आना पड़ा था, लेकिन वे भी जोशी को मना नहीं सके। सत्तन को मुख्यमंत्री ने खुद बुलाया। भंवर सिंह शेखावत को भी भोपाल में बुलाया जा सकता है,क्योकि वे लगातार भाजपा नेताओं के खिलाफ बयानबाजी कर रहे है।