भोपाल।  बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक के बाद तय हो गया है कि शिवराज सरकार के छह मंत्रियों के विभागों में बदलाव होगा और मंत्रिमंडल में रिक्त चार नए पद भी भरे जाएंगे। जिन मंत्रियों के विभागों में बदलाव के संकेत मिले हैं वे ऐसे मंत्री हैं, जिनके विभागों की अनियमितता की रिपोर्ट दिल्ली तक पहुंची है। मंत्रियों द्वारा विभागों के कामकाज में रुचि नहीं लिए जाने और कुछ मंत्रियों के पुत्रों, पत्नियों और उनके निजी स्टाफ के विभाग में हस्तक्षेप को भी संगठन ने गंभीरता से लिया है। वे भी इस बदलाव के दायरे में आ सकते हैं। इसके साथ ही संगठन स्तर पर भी बदलाव होना तय हो गया है और इंदौर शहर समेत बीस जिला अध्यक्षों को हटाया जा सकता है।

हारे और कमजोर विधानसभा का फीडबैक
प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनावों को देखते हुए संगठन उन विधानसभा क्षेत्रों का फीडबैक ले रहा है जहां बीजेपी कमजोर है या हारी हुई है। सोमवार को ऐसे क्षेत्रों के लिए नियुक्त विधानसभा प्रभारियों और विस्तारकों की बैठक प्रदेश कार्यालय में हुई जिसमें प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने एक-एक करके फीडबैक लिया है। वहां क्या नए काम करने की जरूरत है, इसकी भी जानकारी इनसे ली गई है। इसके अलावा सोमवार को पार्टी के प्रदेश मीडिया विभाग, सोशल मीडिया और आईटी विभाग की बैठकें भी दिन भर चलेंगी। संगठन के पदाधिकारी 46 नगरीय निकायों में होने वाले चुनाव को लेकर भी चर्चा कर रहे हैं।

हिदायत: घर की बात घर में रहे, इसका ध्यान रखें
भाजपा के आला नेताओं ने कामकाजी बैठक के दौरान मंत्रियों, विधायक, सांसदों और पार्टी पदाधिकारियों सख्त हिदायत दी है कि वे अपनी बात पार्टी फोरम पर ही रखें। मीडिया में या अन्य माध्यम से अपनी बात को सार्वजनिक न करें। पार्टी नेताओं ने यह साफ किया है कि आने वाला समय चुनाव का है, ऐसे में सरकार और संगठन पर सवाल न उठाएं। साथ ही अनुशासन बनाए रखें। उन्होंने कहा कि घर की बात घर में ही रहना चाहिए, बाहर वालों तक न पहुंचे। यदि ऐसा हुआ तो अब संबंधित पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

कड़वे दिनों के बाद निगम मंडल में नियुक्ति
कोर कमेटी ने निगम मंडलों में नियुक्ति को भी सहमति दी है। इसलिए पितृपक्ष के बाद नवरात्र या उसके बाद मंत्रिमंडल विस्तार और बचे हुए निगम, मंडलों और बोर्ड-आयोग, प्राधिकरणों में नियुक्तियां की जाएगी।  प्रदेश की टीम में नए नाम भी जुड़ सकते हैं क्योंकि कई पदाधिकारियों को पिछले एक साल में नई जिम्मेदारियां भी मिल गई हैं।

सुबह शिवप्रकाश, राव, हितानंद की चर्चा
कोर ग्रुप की बैठक के बाद सोमवार को सुबह राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद के बीच एक घंटे से अधिक बैठक चली। इस में भी राजनीतिक नियुक्तियों और पार्टी नेताओं के बीच अनुशासन और कार्यकर्ता को सक्रिय बनाए रखने के मुद्दों पर चर्चा हुई।

इन जिला अध्यक्षों पर संकट
इंदौर शहर, डिंडोरी, मंडला, अनूपपुर, दमोह, अशोकनगर, बड़वानी, बालाघाट, सीधी, सिंगरौली समेत बीस जिलों के अध्यक्ष हटाने की स्थिति बन रही है। इन पर वरिष्ठ नेताओं से समन्वय न करने, निकाय चुनाव में कैंडिडेट के विरुद्ध अपनों को चुनाव लड़ाने जैसे आरोप हैं।