नई दिल्ली। तमिलनाडु में हेलिकॉप्टर हादसे में मारे गए सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका का आज अंतिम संस्कार किया जा रहा है।
जनरल रावत के अंतिम संस्कार में कई अन्य देशों के विदेशी सैन्य कमांडर भी शामिल हैं। श्रीलंका के उच्चायुक्त मिलिंडा मोरागोडा ने कहा कि एक बड़ी त्रासदी हो गई। हमारे राष्ट्रपति ने अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए अपने दूत के रूप में श्रीलंका के सीडीएस और सेना कमान को भेजा है।
भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में श्रीलंका, भूटान, नेपाल और बांग्लादेश के सैन्य कमांडर भी शामिल हैं। सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन के लिए सड़कों पर भारी संख्या में लोग एकत्र हुए। वहां उपस्थित सभी लोग भारत माता की जय और वंदे मातरम बोल रहे हैं।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के पार्थिव शरीर को उनके आवास से बरार स्क्वायर श्मशान घाट लाया गया। यहीं पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इससे पहले देश की तीनों सेनाओं के प्रमुख जनरल बिपिन रावत के आवास पर गए। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने सीडीएस रावत को श्रद्धांजलि दी। सीडीएस बिपिन रावत के अंतिम संस्कार में 4 देशों के सैन्य कमांडर भी शामिल हैं। श्रीलंका के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और श्रीलंकाई सेना के कमांडर जनरल शैवेंद्र सिल्वा भी इसमें शामिल हैं। इनके अलावा श्रीलंका के एडमिरल रवींद्र चंद्रसिरी विजेगुनारत्ने (रिटायर), पूर्व चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (नेशनल डिफेंस कॉलेज में उनके पाठ्यक्रम साथी और एक खास दोस्त) शामिल हैं। भूटान की रॉयल भूटान सेना के डिप्टी चीफ ऑफरेशन ऑफिसर ब्रिगेडियर दोरजी रिनचेन, नेपाल की नेपाली सेना के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ (सेना के उप प्रमुख के समकक्ष) सुप्रोबल जनसेवाश्री लेफ्टिनेंट जनरल बाल कृष्ण कार्की भी उपस्थित रहे। बांग्लादेश भी सीडीएम बिपिन रावत के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में शामिल हुआ। उसकी ओर से सशस्त्र बल प्रभाग के प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल वाकर-उज-जमान भी उपस्थित हुए।
सीडीएस बिपिन रावत की मौत पर श्रीलंका के उच्चायुक्त मिलिंडा मोरागोडा ने कहा, ‘एक बड़ी त्रासदी हुई है। हमारे राष्ट्रपति ने आज अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए अपने दूत के रूप में श्रीलंका के सीडीएस और सेना कमान को भेजा। हमारा दिल टूट गया है। हमारी सेना में कई वरिष्ठ कर्मी उन्हें अच्छी तरह से जानते हैं। वह श्रीलंका के दोस्त थे।’ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने कहा, ‘वह ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने रक्षा के क्षेत्र में ब्रिटेन और भारत के बीच संबंधों को बेहतर बनाने में बहुत काम किया है। उनका निधन बहुत बड़ा नुकसान है। हम उन्हें, उनकी पत्नी और दुर्घटना में मारे गए अन्य सभी लोगों को याद कर रहे हैं, इनमें ब्रिटिश उच्चायोग के कई करीबी दोस्त भी शामिल हैं। यह अविश्वसनीय रूप से दुखद है।