कानपुर । कारोबारी पीयूष जैन को कानपुर जिला जेल में रखा गया है। वहां देर रात तक वह सोने की बजाय बैरक में टहलता रहा। उसने भोजन भी ठीक से नहीं किया। मंगलवार सुबह वह जेल नियमों के अनुसार ही उठा और नाश्ता किया। कुछ अन्य बंदियों ने बात करने की कोशिश की तो उसने कुछ भी कहने से मना कर दिया।
बीते सोमवार को ही पीयूष जैन को जेल भेजा गया था। जेल में उसे क्वारंटीन बैरक 15 में रखा गया है। देर रात तक वह अपने बैरक में टहलता रहा। सुरक्षा में लगे सिपाहियों को कुछ गड़बड़ लगा तो उन्होंने पीयूष से पूछा कि क्या दिक्कत है। इस पर उसने जवाब दिया कि कोई दिक्कत नहीं है बस नींद नहीं आ रही है। उसके बाद रात लगभग पौने तीन बजे वह सो गया। जेल सूत्रों के मुताबिक पहले दिन कोई भी उससे मिलने भी नहीं गया। पीयूष को सामान्य बंदियों की तरह की रखा गया है। उसे किसी तरह का वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं दिया जा रहा है।
तहखानों से निकले नोट व सोना
इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कन्नौज स्थित घर से बरामद नोटों की गिनती सोमवार आधी रात पूरी हुई। तीन मशीनों से करीब 13 घंटे चली गिनती में 19 करोड़ रुपये मिले। मंगलवार सुबह स्टील के चार बड़े बक्सों से कैश कड़ी सुरक्षा में बैंक पहुंचाया गया। पीयूष जैन के पुश्तैनी मकान और कारोबारी ठिकानों पर जीएसटी विजिलेंस की टीम ने चार दिन से ज्यादा सर्च ऑपरेशन चलाया। टीम को तहखानों व अलमारियों में 19 करोड़ कैश के अलावा लॉकरों से 23 किलो सोना और बेसमेंट में छह करोड़ कीमत का 600 लीटर चंदन का तेल मिला। नोट गिनने के लिए स्टेट बैंक की टीम नोट गिनने वाली तीन मशीनों के साथ पहुंचे थे जिनको 13 घंटे लगे।