मुंबई । घरेलू शेयर बाजारों में मंगलवार को आई गिरावट के पीछे सबसे प्रमुख वजह विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफपीआई) की भारी मुनाफावसूली रही। इसके अलावा कंपनियों के मिले-जुले वित्तीय परिणाम के साथ पश्चिम एशिया और लाल सागर में तनाव बढ़ने से निवेशकों ने हाल की तेजी के बाद मुनाफावसूली को तरजीह दी।
सबसे ज्यादा बैंकिंग क्षेत्र में बिकवाली देखने को मिली। इसके अलावा रियल्टी, पीएससी और धातु शेयरों में जमकर मुनाफावसूली हुई। प्रमुख बैंकों समेत 25 दिग्गज कंपनियों के शेयरों के छह पर्सेंट से अधिक की गिरावट आई। सेंसेक्स और निफ्टी में शुरुआती कारोबार के दौरान तेजी रही लेकिन कुछ ही देर बाद विदेशी एफपीआई की ओर से बिकवाली हो गई और शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई। एफपीआई ने मंगलवार को 3115 करोड़ मूल्य के शेयर बेचे। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने अबतक काफी सतर्क रुख अपनाते हुए भारतीय शेयर बाजारों से 16,601 करोड़ रुपये से निकाल लिए हैं।
इसलिए बढ़ी निकासी
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि भारतीय शेयरों के ऊंचे मूल्यांकन की वजह से शेयरों में बिकवाली देखने को मिल रही है। दूसरी ओर, अमेरिका के बॉन्ड मार्केट में रिटर्न बढ़ा है इस वजह से भी एफपीआई यहां से पैसा निकाल रहे हैं।
मार्केट गिरने के कारण
भू-राजनीतिक चिंताओं, विदेशी निवेशकों की बिकवाली और इंडेक्स में भारी वेटेज रखने वाले दिग्गज शेयरों में गिरावटकी वजह से भारतीय शेयरों में आज गिरावट आई। इसके अलावा सोनी इंडिया के साथ विलय प्रस्ताव के रद्द होने से जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयरों में करीब 33 पर्सेंट की भारी गिरावट से भी बाजार पर दबाव बना।
निवेशेकों के आठ लाख करोड़ डूबे
इस गिरावट से बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल मार्केट कैप पिछले सत्र के लगभग 374.4 लाख करोड़ रुपये से घटकर लगभग 366 लाख करोड़ रुपये हो गया, जिससे निवेशकों को एक ही सत्र में लगभग 8.4 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। जनवरी में अब तक सेंसेक्स तीन फीसदी और निफ्टी दो फीसदी से ज्यादा नीचे आ चुके हैं।
इनके शेयर सबसे ज्यादा टूटे
सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक सबसे ज्यादा 6.13 पर्सेंट नीचे आया। इसके अलावा एसबीआई (3.99 पर्सेंट), हिंदुस्तान यूनिलीवर (3.82 पर्सेंट), एक्सिस बैंक (3.41 पर्सेंट) और एचडीएफसी बैंक (3.23 पर्सेंट) में अच्छी-खासी गिरावट रही। जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लि. का शेयर मंगलवार को लगभग 33 पर्सेंट लुढ़क गया।