भोपाल। भोपाल में साढ़े 3 साल की बच्ची से दुष्कर्म मामला गरमाता ही जा रहा है। गुरुवार सुबह स्कूल पहुंचे अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया। अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन और मालिक पर पूरे मामले में लीपापोती करने का आरोप लगाया। अभिभावक आनंद शर्मा ने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए सीबीआई जांच होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन का पूरा मामले में रवैया गैरजिम्मेदाराना रहा है। पहले ड्राइवर को बिना जांच के ही क्लीन चिट दे दी। सीसीटीवी फुटेज (cctv footage) एक से डेढ़ महीने स्टोर करने के बजाए चार दिन में ही डिलीट कर दिए गए। इस मामले में हम सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं।

एक अन्य अभिभावक प्रीति शर्मा ने कहा कि स्कूल अभिभावकों से फीस के रूप में मोटी राशि लेता है, लेकिन बच्चों की सुरक्षा को लेकर लापरवाही की जा रही है। हम अपने बच्चों को स्कूल के विश्वास पर छोड़ते हैं। छोटे-छोटे बच्चों के साथ ऐसी घटनाओं से अभिभावक डर गए हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन अभिभावकों को बसों के सीसीटीवी की लाइव लिंक उपलब्ध कराए और सीसीटीवी के एक महीने तक के फुटेज रखें। एक अन्य अभिभावक ने कहा कि हमारी मांग है कि स्कूल प्रबंधन और मालिक के खिलाफ भी केस दर्ज किया जाए।

सीएम के निर्देश पर साढ़े तीन साल की बच्ची से दुष्कर्म के मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। एसआईटी एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी के नेतृत्व में जांच करेंगी। चार सदस्यीय एसआईटी टीम में महिला पुलिस अधिकारी शामिल हैं। इसके अलावा स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से एक कमेटी बनाई गई है।

सीएम की बिलाबॉन्ग स्कूल को लेकर बुलाई बैठक के बाद सुबह, स्कूल शिक्षा और जिला प्रशासन के अधिकारी जांच करने पहुंचे। सीएम ने बैठक में स्कूल शिक्षा विभाग और पुलिस से पूरे मामले में अब तक की कार्रवाई की जानकारी मांगी है। इसके बाद सुबह ही स्कूल शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी कार से स्कूल पहुंचे। वे यहां सीसीटीवी कैमरे, ड्राइवर के वेरिफिकेशन समेत सुप्रीम कोर्ट की तरफ से तय गाइडलाइन के पालन को लेकर जांच करेंगे। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने स्कूल प्रबंधन पर कार्रवाई के मामले में कहा कि मामले में जांच जारी है। जांच के लिए टीम भी पहुंच रही है। किसी भी दोषी को नहीं छोड़ा जाएगा। यदि आरोप सिद्ध हुए तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।