मंदसौर। पहले मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच ही मुख्य मुकाबला हुआ करता था। दूसरे दल मैदान में ही नहीं होते थे। लेकिन, आगामी विधानसभा चुनाव में सामने आने वाली तस्वीर हर बार से बेहद अलग होने वाली है। क्योंकि, इस बार टक्कर कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही नहीं होगी, बल्कि कई अन्य राजनीतिक दल भी मध्यप्रदेश के चुनावी घमासान में शामिल होंगे।
बीते दिनों एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रदेश की अधिकतर सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कही थी। इसके बाद आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने भी प्रदेश की सभी विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने का एलान किया था। इसी के बाद अब मंगलवार को मध्यप्रदेश के मंदसौर पहुंचे भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने सुवासरा से मंदसौर तक करीब 60 किलोमीटर का रोड शो किया। इसके बाद शहर के महाराणा प्रताप चौराहे पर जनसभा को संबोधित करते हुए एलान किया कि उनकी पार्टी प्रदेश की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
सभा के दौरान उन्होंने बीते दिनों हुई कुछ घटनाओं को लेकर राज्य और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। साथ ही साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में एमपी की सभी विधानसभा सीटों पर आजाद समाज पार्टी के उम्मीदवार उतारने की बात कही। चंद्रशेखर आजाद ने कहा, कमजोरों की आवाज को बल देने के लिए वो मध्यप्रदेश में जल्द ही साइकिल यात्रा भी निकालेंगे। लगातार दलितों और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किया जा रहा है, ऐसे में अब उन्हें जागने की जरूरत है।
सभा में मौजूद लोगों से रावण ने कहा, अब वो बीजेपी और कांग्रेस दोनों को समर्थन न देते हुए आजाद समाज पार्टी को तीसरे विकल्प के रूप में आगामी विधानसभा चुनाव में जीत दिलाएंगे। अगर ऐसा होता है तो उन्होंने विधानसभा के बाहर मंदसौर गोलीकांड में मारे गए छह किसानों की प्रतिमा स्थापित करने की बात कही। अपने संबोधन में उन्होंने बहुजन समाज को 52 फीसदी आरक्षण देने का जिक्र भी किया। चंद्रशेखर आजाद ने अपने भाषण के दौरान ये भी कहा, अगर उनकी सरकार बनी तो वे कॉरपोरेट जगत के पास मौजूद संपत्तियों को दोबारा सरकारी संपत्ति में बदलेंगे।
- चंद्रशेखर आजाद रावण ने अपने संबोधन में कहा, शिवराज की सरकार कानून व्यवस्था और बेरोजगारी से निपटने में विफल है। आगामी चुनाव में उन्होंने बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, महंगाई और विकास को ही खास मुद्दा बताया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा, मध्यप्रदेश में चीते लाने वाले प्रधानमंत्री काले धन और बेरोजगारी के अलावा महंगाई पर क्यों चुप हैं।