खरगोन। मोहन खेड़ी गांव में एक सनसनीखेज हत्याकांड सामने आया है। बॉयफ्रेंड ने अपनी शादीशुदा गर्लफ्रेंड का मर्डर किया और उसे घर के अंदर बेडरूम में दफन करके ऊपर से प्लास्टर कर दिया। पहली बार में तो पुलिस भी गच्चा खा गई थी लेकिन लड़की के पिता ने दोबारा दबाव बनाया और फिर से खुदाई की गई तब कहीं जाकर लड़की की लाश मिली।
1 महीने पहले घर से निकली थी, बॉयफ्रेंड भी घर पर नहीं मिला
खरगोन पुलिस के अनुसार छाया (29) पिता भाईराम पिछले कुछ समय से पिता के साथ रह रही थी। एक माह पहले वह घर से पिता को यह कहकर निकली कि बर्तन मांजने जा रही है। उसके वापस नहीं लौटने पर पिता ने 30 दिसंबर को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसमें पिता ने गांव के ही संतोष पिता किशोर गोलकर से बेटी के प्रेम प्रसंग होने की बात भी कही। इस आधार पर पुलिस ने संतोष की तलाश की, लेकिन घर पर ताला लगा मिला।
5 साल से पति को छोड़कर पिता के साथ रह रही थी
छाया का विवाह हो चुका है। उसके दो बच्चे भी हैं। वह पिछले करीब 5 साल से पति से अलग होने के बाद पिता के पास भीकनगांव में रह रही थी। पेशे से मजदूर संतोष भी शादीशुदा है। पिछले 5 साल से उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर 4 बच्चों के साथ मायके में रह रही है।
15 दिन पहले पुलिस ने खुदाई की थी लेकिन कुछ नहीं मिला तो बंद कर दी
छाया के पिता भाईराम ने बताया, 24 दिसंबर से बेटी घर नहीं आई। उसके बाद 30 को गुमशुदगी दर्ज करवाई। शंका के आधार पर 15 दिन पहले संतोष के घर जाकर पुलिस ने खुदाई करवाई। दो से ढाई फीट खुदाई के बाद सुराग नहीं मिलने पर खुदाई बंद करवा दी।
समाज के नेता ने दबाव बनाया तो दोबारा खुदाई की गई
इसके बाद कार्रवाई नहीं होने पर भाईराम ने भील समाज के वरिष्ठ जयसिंह वारिया से चर्चा की। 25 जनवरी को दोबारा खुदाई के आग्रह पर पुलिस ने 27 जनवरी को खुदाई करने की बात कही। दूसरी बार महिला के प्रेमी संतोष के घर खुदाई की गई। घर के अंदर तीसरे कमरे में खुदाई हुई, तो करीब 3 फीट गहराई में पहले बाली और चप्पलें और फिर लाश मिली।
कमरे में लाश को दफन करने के बाद प्लास्टर कर दिया गया था
जिस कमरे में दबा हुआ शव मिला, वहां प्लास्टर किया हुआ था। आशंका है, आरोपी ने घटनाक्रम छुपाने के लिए कमरे को पहले जैसी स्थिति में ला दिया। बुधवार को दोबारा खुदाई की गई, तो पहले कान की बाली, फिर चूड़ी व चप्पल मिलीं। करीब 4 फीट खुदाई के बाद महिला का शव निकला। एसडीओपी प्रवीण कुमार उइके समेत टीआई व नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक अधिकारी डॉ. सुनील मकवाने ने भी साक्ष्य जुटाए।