मध्यप्रदेश में इंदौर वाले करोड़पति बेलदार यानी नगर निगम के सस्पेंड बेलदार असलम खान की 5 करोड़ की संपत्ति को अटैच किया गया है। यह कार्रवाई ED द्वारा दर्ज किए गए मनी लॉन्ड्रिंग केस में की गई है। ED अब यह पड़ताल कर रही है कि मात्र 18 हजार की मासिक तनख्वाह पाने वाले बेलदार ने इतनी संपत्ति कैसे जमा कर ली।

इंदौर नगर नगम में भ्रष्टाचार की शिकायत पर लोकायुक्त ने 3 साल पहले बेलदार असलम खान के यहां छापामार कार्रवाई की थी। इनमें 1 किलो से ज्यादा सोना, 4 प्लाॅट, खेती की जमीन और 25 लाख कैश मिले थे। Enforcement Directorate (प्रवर्तन निदेशालय) ने मनी लॉन्ड्रिंग केस दर्ज किया था। प्रवर्तन निदेशालय की जांच टीम अब यह पता लगा रही है कि बेलदार के साथ नगर निगम इंदौर में कितने कारीगर (अधिकारी) शामिल हैं। अगस्त 2018 में लोकायुक्त ने छापामार कार्रवाई के बाद असलम खान के यहां से करीब 25 करोड़ की संपत्ति मिलने का दावा किया था। 

इंदौर लोकायुक्त की टीम ने बेलदार असलम खान के स्नेहलतागंज स्थित देवछाया अपार्टमेंट में 6 अगस्त 2018 को कार्रवाई की थी। इसके बाद उसके पांच घरों पर कार्रवाई की। यहां 5 लाख के तो सिर्फ बकरे ही मिले थे। इसके साथ 1 किलो सोना, 25 लाख कैश और 25 बाकी संपत्तियों का पता चला था। असलम खान ने अपने घर में एक बेहतरीन होम थियेटर बना रखा था।

एसपी बघेल ने बताया कि 2003 में पिता की मौत के बाद असलम खान को अनुकंपा नियुक्ति मिली थी। 16 साल की नौकरी में उसे वेतन-भत्तों के रूप में करीब 22 लाख रुपए ही मिले थे। इसकी तुलना में उसके यहां से कई गुना से ज्यादा की संपत्ति मिली थी।

सूत्रों के मुताबिक, पिता की जगह अनुकंपा नियुक्ति पर नौकरी में लगा असलम खान अब तक सात बार निलंबित हो चुका है। रसूखदारों, राजनीतिक आकाओं और कुछ चुनिंदा अफसरों की शह पर वह बहाल होता गया और कमाई वाले पदों पर नियुक्तियां लेता रहा। 8वीं बार उसे निलंबित करने के बजाय निगमायुक्त आशीष सिंह ने उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया था।

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