ग्वालियर। मध्यप्रदेश के चंबल संभाग के मुरैना में उद्योग एवं व्यापार केंद्र के एक बाबू को ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस की टीम ने 3 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। रिश्वत लेते पकडा गया बाबू एक बेरोजगार युवक को डेयरी के लिए लोन दिलाने के एवज में 15 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था। युवक पहली किश्त के 2 हजार रुपए दे चुका था, दूसरी किश्त देने के दौरान बाबू पकड लिया गया।

ग्वालियर लोकायुक्त इंस्पेक्टर बृजमोहन सिंह नरवरिया की अगुआई में 12 सदस्यीय टीम नेशनल हाईवे किनारे शिवनगर स्थत व्यापार एवं उद्योग केंद्र में पहुंची। लोकायुक्त की टीम सीधे स्वरोजगार योजना की शाखा में घुसे जहां, बैठे सहायक ग्रेड तीन बाबू देवेन्द्र गुप्ता को लोकायुक्त अफसरों ने अपना परिचय दिया और खड़ा होने को कहा। कांपते और पसीना पोंछते हुए बाबू खड़ा हुआ तो लोकायुक्त कर्मचारियों ने उनकी पेंट की जेब से रुपये निकलवाए। इन रुपयों का धुलवाया तो केमिकल वाला पानी गुलाबी रंग का हो गया।

उद्योग एवं व्यापार केंद्र के बाबू देवेन्द्र गुप्ता को रंगे हाथ पकड़वाने वाले सेंथरा बढ़ई गांव के 35 वर्षीय विनोद सिंह गुर्जर ने बताया, कि उसने मार्च महीने में 7 लाख के डेयरी लोन के लिए आवेदन दिया था। 6 महीने से बाबू देवेन्द्र गुप्ता उसे बहाने बनाकर टहला रहा था। अंत में बाबू ने लोन प्रकरण को बैंक तक भेजने के एवज में 20 हजार रुपये मांगे। विनोद सिंह के अनुसार वह बाबू को 15 हजार रुपये देने तैयार हो गया। इसके बाद 4 सितंबर को उसने 2 हजार रुपये बाबू को दिए। आज 3 हजार रुपये की दूसरी किश्त देने से पहले लोकायुक्त के पास पूरे सबूतों के साथ पहुंच गया। लोकायुक्त टीम ने उसे केमिकल वाले रुपये देकर भेजा और रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड लिया।

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