बेंगलुरु की कंपनी में AI इंजीनियर अतुल सुभाष ने पत्नी के उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या कर ली. इस मामले में बेंगलुरु पुलिस ने अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया उसकी मां, भाई और चाचा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. बेंगलुरु पुलिस आरोपियों से पूछताछ के लिए जौनपुर पहुंच चुकी है. पुलिस के पहुंचने पर आरोपी निकिता की मां और भाई घर से फरार हो गए हैं. जौनपुर की कोतवाली इलाके के खोआ मंडी स्थित उनके मकान में ताला लगा हुआ है.
सोमवार को 34 साल के इंजीनियर अतुल सुभाष ने बेंगलुरु स्थित अपने फ्लैट पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. उन्होंने आत्महत्या से पहले 24 पेज के सुसाइड नोट और 81 मिनट का वीडियो बनाया था. अतुल ने अपनी पत्नी निकिता, सांस निशा, साला अनुराग और निकिता के चाचा सुनील पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कोर्ट के पेशकार से लेकर जज तक पर रिश्वत का आरोप लगाया है.
जौनपुर पहुंची बेंगलुरु पुलिस
अतुल सुभाष के भाई ने निकिता सिंघानियां, उनकी मां-भाई और चाचा के खिलाफ केस दर्ज कराया था. बेंगलुरु पुलिस चारों से पूछताछ के लिए जौनपुर पहुंची है. बेंगलुरु पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि वह इस मामले में चारों आरोपियों से पूछताछ करेंगे. वह इस मामले की हर एंगल से जांच कर रहे हैं. शुरूआती जांच में पता चला है कि अतुल और निकिता के बीच पारिवरिक विवाद चल रहा था. वहीं, मृतक इंजीनियर अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया की तरफ से कोई मीडिया के सामने आने को तैयार नहीं है. इस मामले में निकिता के वकील तक कुछ नही बोल रहे हैं.
अतुल के वकील बोले- आत्महत्या के पीछे कोर्ट की कोई गलती नहीं
इस मामले में मृतक इंजीनियर अतुल सुभाष के अधिवक्ता दिनेश मिश्रा ने बताया कि पति का पत्नी का विवाद पारिवारिक न्यायालय में चला था. कोर्ट ने बेटे के भरण पोषण के लिए 40 हजार रुपये प्रति माह देने का आदेश किया था. पत्नी निकिता खुद एक कम्पनी में जॉब करती है, इस लिए उसे गुजारा भत्ता नही देने का आदेश हुआ. अतुल को लग रहा था यह उसके खिलाफ नाइंसाफी हुई है.