नई दिल्‍ली । गाजियाबाद में रुपये का लालच देकर लोगों का धर्मांतरण कराने के आरोप में पुलिस ने सोमवार को सात महिलाओं समेत 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया। शिकायतकर्ता और पुलिस के अनुसार, लोगों को पूजा के बहाने सभा में बुलाया गया और फिर धर्म बदलवाने से जुड़ी आपत्तिजनक बातें शुरू कर दी गई। एसीपी साहिबाबाद भास्कर वर्मा के मुताबिक शिकायतकर्ता सुभाष चंद जाटव की सूचना पर पुलिस दिनेश के घर पहुंची।

नूरनगर अर्थला गांव के दिनेश के घर पर ही सभा आयोजित की गई थी। जांच-पड़ताल के दौरान वहां मौजूद लोगों ने बताया कि उन्हें दिनेश और उसके परिवार वालों ने यह कहकर बुलाया था कि उनके यहां पूजा का कार्यक्रम रखा गया है। लोग उसके घर पहुंचे तो वहां कुछ और ही कार्यक्रम चल रहा था। इस दौरान वहां मौजूद लोग जिस प्रकार से आने वाले लोगों से बातें कर रहे थे, उससे स्पष्ट हो गया कि उन्हें बरगला कर इकट्ठा किया गया है।

पुलिस ने दिनेश समेत कुल 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में अर्थला निवासी दिनेश, चंद्र देव राय और रेखा कुमारी, सरिता विहार निवासी बबलू, राजन वर्मा, जॉय, अनिता, जयादास और मीनू, बदरपुर दिल्ली से मदनगीर निवासी असमत उस्मान, तुगलकाबाद हजरत निजामुद्दीन दिल्ली निवासी अजय और करहेड़ा निवासी राजकुमार शामिल हैं।

गेमिंग ऐप से धर्मांतरण हो चुका
गेमिंग ऐप के जरिये नाबालिगों का धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए कविनगर पुलिस ने महाराष्ट्र के मुंब्रा निवासी शाहनवाज उर्फ बद्दो तथा सेक्टर-23 स्थित धार्मिक स्थल की प्रबंधन कमेटी के पूर्व सदस्य अब्दुल रहमान उर्फ नन्ही को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

दिनेश ने सालभर पहले धर्म परिवर्तन किया
दिनेश ने पूछताछ में बताया कि वह पानी के जहाज पर भी नौकरी कर चुका है। उसने यूट्यूब पर प्रोफेट बाजिंदर सिंह का कार्यक्रम देखा था। उनकी बातों से प्रेरित होकर उसने करीब एक साल पहले अपना धर्म बदल लिया। हालांकि, दिनेश की पत्नी का कहना है कि उसने आठ माह पूर्व ही दूसरा धर्म अपनाया है। दिनेश ने बताया कि प्रोफेट बाजिंदर सिंह के कई कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए वह चंडीगढ़ जा चुका है। एसीपी के मुताबिक पकड़े गए आरोपी एक से आठ साल के भीतर धर्म परिवर्तन कराने वालों के संपर्क में आए।

डीसीपी ट्रांस हिंडन शुभम पटेल ने बताया कि पकड़े गए आरोपी प्रलोभन देकर लोगों का धर्म परिवर्तन कराते थे। आरोपियों ने अब तक कितने लोगों का धर्म परिवर्तन कराया है, इसका पता लगाया जा रहा है। विदेशी कनेक्शन जांचने के लिए आरोपियों के मोबाइल नंबरों की सीडीआर और बैंक खातों की ट्रांजेक्शन खंगाली जाएगी। बैंक से डिटेल मिलने के बाद ही फंडिंग की पुष्टि हो सकेगी।

एडिशनल सीपी ने मामलों की समीक्षा की
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दिनेश कुमार पी. ने सोमवार को पुलिस लाइन स्थित परमजीत हाल में अधीनस्थों के साथ बैठक का आयोजन किया। इस दौरान उन्होंने धर्म परिवर्तन के मामलों की समीक्षा की। गाजियाबाद में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद तीनों जोन में धर्म परिवर्तन से संबंधित 17 मुकदमे पंजीकृत हुए हैं। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने इन मुकदमों की विवेचना, आरोप-पत्र तथा कोर्ट में चल रहे ट्रायल के संबंध में जानकारी लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने मुकदमों के आरोपियों को जल्द सजा दिलाने के लिए मजबूती पर भी करने के निर्देश दिए।