जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर लोकायुक्त ने संभागीय पेंशन कार्यालय में दबिश देकर सहायक पेंशन अधिकारी चेतन्य सराफ को 19 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।के साथ दबोच लिया। रिश्वत लेते पकडे गए आरोपी ने ये रकम शिक्षकों के सेवा पुस्तिका में 7वें वेतनमान का अनुमोदन करने के एवज में मांगी थी। पकड में आए आरोपी ने कहा कि वह रिश्वत की रकम अधिकारियों के कहने पर लेता था।
लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा के मुताबिक गढ़ा गंगानगर निवासी रवींद्र मिश्रा शिक्षा विभाग के पाटन संकुल में सहायक ग्रेड-2 पद पर पदस्थ हैं। 7वें वेतनमान का अनुमोदन कराने 38 सेवा पुस्तिका लेकर संभागीय पेंशन कार्यालय में पहुंचे थे। वहां पदस्थ सहायक पेंशन अधिकारी चेतन्य सराफ ने 500 रुपए प्रति सेवा पुस्तिका की दर से 19 हजार रुपए की डिमंाड की थी। इसकी शिकायत रवींद्र मिश्रा ने लोकायुक्त कार्यालय में की थी।
एसपी ने शिकायतकर्ता और आरोपी की बातचीत को ट्रैप किया। आरोपी ने पीड़ित को पैसे लेकर कलेक्ट्रेट परिसर स्थित संभागीय पेंशन कार्यालय में बुधवार शाम को बुलाया था। एसपी ने आरोपी को पकडने के लिए निरीक्षक स्वप्निल दास, भूपेंद्र दीवान, प्रधान आरक्षक राजेश पटेल, आरक्षक दिनेश दुबे, अमित मंडल, विजय बिष्ट की टीम को साथ भेजा।
आरोपी चेतन्य सराफ ने शिकायतकर्ता रवींद्र मिश्रा से रिश्वत की रकम लेकर जैसे ही ड्राज में रखा, टीम ने पकड लिया। पीड़ित और आरोपी दोनों के हाथ धुलवाए। पीड़ित के पैंट भी बतौर साक्ष्य रखवा लिए। ड्राज में लोकायुक्त द्वारा विशेष रसायन और सीरियल नंबर वाले सभी नोट मिले। लोकायुक्त की दबिश से कार्यालय में हड़कंप मच गया। टीम ने मौके पर ही भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का प्रकरण दर्ज करते हुए आरोपी को निजी मुचलके पर छोड़ दिया।