नई दिल्‍ली । लखनऊ के होटल में पांच हत्याओं की वारदात कहानी किसी क्राइम थिलर सीरियल से कम नहीं है। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि अरशद क्राइम थ्रिलर सीरियल देखने का शौकीन था। उसने दृश्यम फिल्म करीब 10 बार देखी थी। फिल्म के डायलॉग और उसकी कहानी भी उसे बखूबी पूरी याद थी।अरशद ने पुलिस को बताया कि वह मां-बहनों की हत्या करने का मन बना कर अजमेर से लखनऊ आया था। 30 दिसंबर की शाम चारबाग रेलवे स्टेशन पर उतर कर परिवार रेवड़ी मण्डी स्थित होटल शरनजीत पहुंचा। अरशद ने अपनी आईडी देकर कमरा नम्बर 109 बुक कराया। 30 दिसंबर की रात परिवार संग खाना खाने के लिए एक होटल में गया था। 31 दिसंबर की शाम को भी सभी लोग चारबाग और उसके आस-पास के इलाकों में घूमे। ठण्ड महसूस होने पर रात करीब आठ बजे सभी लोग कमरे में चले गए। अरशद भी एक होटल से खाना पैक कराने के बाद पहुंचा। रास्ते में ही उसने खाने में नींद की गोलियां मिला दीं।

पिता-पुत्र को नहीं आई नींद

खाना खाने के कुछ देर बाद ही मां-बेटियों को गहरी नींद आने लगी। पांचों बेड पर रजाई ओढ़ कर लेट गई। अरशद और बदर को नींद नहीं आई। काफी देर तक दोनों कमरे में टहलते रहे। फिर अरशद ने ब्लेड से चारों बहनों के हाथ की नस काटी। फिर दुपट्टे से बहनों का गला घोंट दिया। आरोपित ने मां का भी गला दुपट्टे से घोंटा था पर उसके हाथ की नस नहीं काटी।

रात एक बजे बाहर निकले थे दोनों

होटल का संचालन आलमबाग निवासी शरनजीत कौर करती हैं, जो दर्शन के लिए पटना साहिब गई हैं। होटल के मैनेजर जौहर अली ने बताया कि रात करीब एक बजे अरशद और बदर बाहर टहल रहे थे। टोकने पर कहा कि चाय पीने जा रहे हैं। जौहर ने देर रात गेट बंद होने की बात कही तो दोनों अंदर चले गए। मैनेजर के मुताबिक होटल में 12 कमरे हैं। सात कमरे बुक थे पर किसी ने भी अरशद के परिवार के चीखने की आवाज नहीं सुनी। तड़के करीब 4:00 बजे पिता-पुत्र होटल से चाय पीने की बात कह कर निकल गए। करीब सात बजे इंस्पेक्टर नाका वीरेंद्र त्रिपाठी और चौकी इंचार्ज कमल किशोर होटल पहुंचे। इसके बाद पांच लोगों की हत्या का पता चला।

हम तो पुलिस देख कर घबरा गए…

रेवड़ी मण्डी स्थित शर्मा होटल के कर्मचारी रजित ने बताया कि रात करीब 12:30 से 1:00 के बीच होटल बंदर हो जाते हैं। वह भी तकरीबन 1 बजे कमरे में चला गया था। सुबह करीब सात बजे मण्डी में भीड़ जमा थी। पुलिस के बड़े अधिकारी भी आए थे। हम तो समझ ही नहीं पाए कि क्या हुआ। कुछ देर बाद होटल से एक के बाद एक कर पांच शवों को निकाला गया। उन्हें देख कर घबराहट होने लगी। शिव गंगा होटल संचालक विक्की के मुताबिक होटल शरनजीत में पांच लोगों की हत्या की बात पुलिस आने के बाद ही पता लगी। होटल मैनेजर तक को घटना की जानकारी नहीं थी।

होटल में कब क्या हुआ

– सोमवार शाम अजमेर से लखनऊ पहुंचा परिवार

– 06 बजे के करीब कमरा नम्बर 109 बुक किया

– 09 बजे मंगलवार रात परिवार घूम कर लौटा

– 1:30 रात से दो बजे के बीच हुईं पांच हत्याएं

– 02 बजे के करीब रात में मोबाइल पर वीडियो रिकॉर्ड किया

– 04 बजे के करीब बुधवार सुबह पिता-पुत्र चाय पीने के बहाने निकले

– 05 बजे करीब हुसैनगंज लोको चौकी पहुंच कर दी घटना की जानकारी

– 07 बजे सुबह नाका पुलिस होटल पहुंची

– 8:30 बजे सुबह पांच शवों को होटल से निकाला गया