ग्वालियर। श्रीमद भागवत और रामायण पूरी दुनियां के सबसे पवित्र ग्रंथ हैं इसके सिद्धांतों को अपने जीवन में यदि व्यक्ति उतार ले , तो उसकी नैय्या पृथ्वीलोक में ही भवसागर से पार हो जाती है। श्रीमद भागवत में जितना भी आप समय दें कम है, स्वयं देवी देवता भी कथा सुनने भागवत स्थल पर आते हैं। उक्त उदगार श्री धाम वृंदावन के आचार्य श्री अरविंद जी महाराज ने व्यक्त किये । वह अचलेश्वर बिहार कालोनी पार्क में आयोजित श्रीमद भागवत सप्ताह ज्ञानयज्ञ के प्रथम दिन कथा प्रेमियों को श्रीमद भागवत का ज्ञान दे रहे थे। इससे पूर्व अचलेश्वर बिहार कालोनी कांतीनगर से कलश पूजा के साथ कलश एवं श्रीमद भागवत यात्रा याुरू हुई। जिसमें भारी संख्या में स्त्री पुरूष शामिल हुये।
भागवत कथा वाचक आचार्य श्री अरविंद महाराज ने कहा कि श्रीमद भागवत ही कलयुग में ऐसा ग्रंथ है जो मनुष्य के जीवन को सही दिशा में ले जा सकता है। उन्होंने कहा कि ईश्वर के प्रति मनुष्य को सदा विश्वास रखना चाहिये, यह विश्वास ही हमें फल की प्राप्ति कराता है। श्री अरविंद जी महाराज ने कहा कि जप तप में बडी शक्ति होती है और यही ईश्वर की प्राप्ति का माध्यम भी है।
अचलेश्वर बिहार कालोनी में आज प्रथम दिन कथा की शुरूआत से पूर्व कलश यात्रा निकाली गई। कल २३ मार्च को भगवत महिता , नारद जी पूर्व जन्म, परीक्षित जन्म , विदुर श्री के घर श्री कृष्ण आगमन की कथा होगी। कथा के मुख्य परीक्षित मीरा -विजय गुप्ता हैं जबकि आयोजक श्रीमती विमलेश गुप्ता एवं श्रीमती महादेवी गुप्ता हैं। इस दौरान भारी संख्या में स्थानीय निवासी भी मोजूद रहे।