ग्वालियर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज अंचल के बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंचकर उनके नुकसान की भरपाई के लिए राहत राशि सीधे उनके खाते में डालते हुए भरोसा दिलाया कि महाविनाशकारी बाढ़ में जिन लोगों के मकान बह गए हैं, उनके घर बनाने से बसाने तक सरकार उनके साथ खड़ी है। इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि भाजपा की सरकार को आपके हर दुख दर्द की चिंता रहती है इसलिए किसी भी मुसीबत में आप अकेले नहीं हैं।
बाढ़ पीड़ितों को राहत राशि देने के लिए आज भोपाल से ट्रांजिट विजिट पर ग्वालियर पहुंचे सीएम शिवराज सिंह पहले श्योपुर जिले की मानपुर ग्राम पंचायत पहुंचे। जहां आपदा में अपना घर-द्वार गंवा चुके लोगों के नुकसान की भरपाई करते हुए उन्होंने कहा कि अचानक आसामान से आफत आई और भयंकर वर्षा के कारण बाढ़ में सैकड़ों परिवारों का सबकुछ नष्ट हो गया। आज मैं आप से कहने आया हूं कि किसी भी मुसीबत के समय आंखों में आसंू मत लाना। हम हैं ना, आपको हर मुसीबत से निकालकर ले जाएंगे।
सीएम ने कहा कि बाढ़ की चपेट में आकर जिनके घर टूट गए, बह गए या गिर गए अब उनके नए मकान बनवाए जाएंगे। आप लोग चिंता न करें, इसकी जिम्मेदारी मेरी है। थोड़ा समय जरुर लगेगा लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना की तरह आपके घर फिर से तैयार किए जाएंगे। थोड़े दिन की मुसीबत है, आप लोग धैर्य बनाए रखें हम सब संभाल लेंगे। ठीक है मुसीबत आई है, हमारा हौंसला थोड़े ही मर गया है। भाजपा की सरकार हमेशा आपके साथ है। आप लोगों के हर नुकसान की भरपाई की जा रही है।
बाढ़ में जिनके घर बरवाद हो गए उनको नए घर के लिए सीएम ने 1 लाख 20 हजार रुपए की राशि प्रदान की। सर्वे के आधार पर नुकसान की भरपाई के लिए राहत राशि पीड़ितों के खाते में पहुंचाई जा रही है। बाढ़ पीड़ितों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि आप लोगों के घर, भोजन, पानी के पूरे इंतजाम करना हमारा काम है। साथ ही आपकी फसलों को हुए नुकसान की भी सर्वे के आधार पर भरपाई की जा रही है।
बाढ़ पीड़ितों के आंसू पोंछते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के मंत्री, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ पूरा प्रशासनिक अमला हर दुख दर्द में आपके साथ है। बाढ़ के सैलाब में घर-गृहस्थी का सामान, अनाज, बर्तन, कपड़ों के नुकसान की भरपाई के लिए भी राहत राशि दी जा रही है। सैलाब में पशुधन गंवाने वाले किसानों के खाते में भी राहत राशि पहुंचाने का निर्णय लिया गया है। इनमें गाय, बैल व भैंस खोने वालों को 30 हजार रुपए, बकरा व बकरी के लिए 3 हजार तथा मुर्गा-मुर्गी की मौत पर 60 रुपए दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शिवपुरी के पनघटा, मगरौनी क्षेत्र में भी बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करेंगे।