भोपाल। विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी घोषित होने के बाद कांग्रेस भाजपा में मचा महासंग्राम अब धीरे-धीरे थमता जा रहा है। बागियों को मनाने के लिए कांग्रेस ने जहां पद की रेवड़ी बांटना शुरू कर दिया है। वहीं, बीजेपी ने भी कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करने के लिए पद और आश्वासन का लॉलीपॉप थमा दिया है। कांग्रेस में दिग्विजय सिंह और प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने मोर्चा संभाला है तो बीजेपी में गृहमंत्री अमित शाह ने खुद बागियों की सूची मांग ली है।
दोनों ही पार्टियों में नाराज नेताओं की कमी नहीं है। पार्टी की ओर से हर एक को साधने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन कौन सी पार्टी अपने बागियों कितना साध पाती है ये तो भविष्य के गर्त में छिपा है और विधानसभा चुनाव की परिणाम आने के बाद ही इसका सही आकलन हो पाएगा। कांग्रेस ने रूठे हुए कार्यकर्ताओं को मनाने के लिए किसी को महामंत्री, किसी को उपाध्यक्ष के पद से नवाजा है।
बीजेपी से कांग्रेस में आईं निवाड़ी से दावेदार रोशनी नायक को कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया, लेकिन उनके नाराज होने पर उन्हें महामंत्री बना दिया है। वहीं, पिपरिया सीट से टिकट मांग रहे सतपाल पलिया भी नाराजगी जाहिर कर पार्टी में प्रदेश उपाध्यक्ष का पद पाने में सफल हो गए हैं। भोपाल दक्षिण सीट पर संजीव सक्सेना भी नाराज थे तो बदले में उनके भाई को जिला अध्यक्ष का पद दे दिया गया है। ऐसे और भी कई पद हैं जो नाराज कार्यकर्ताओं को इस चुनावी मौसम में दिए गए हैं। इसके साथ ही दो नाराज नेताओं को पार्टी ने स्टार प्रचारक की सूची में भी जगह दी है।
भाजपा में रूठे कार्यकर्ताओं को मनाने का जिम्मा खुद अमित शाह ने ले रखा है। जबलपुर में नाराज धीरज पटेरिया से शाह ने मुलाकात की। शाह से आश्वासन मिलने के बाद पटेरिया की नाराजगी दूर हो गई। वरिष्ठ नेता उमा शंकर गुप्ता और रामलाल रोतेला की भी नाराजगी खत्म हो गई है। पार्टी ने इन्हें स्टार प्रचारक बनाकर साध लिया है।