भोपाल । दरअसल मंगलवार को मंदसौर जिला आबकारी अधिकारी ने कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगवाने वालों के लिए शराब पर 10 प्रतिशत छूट के ठेकेदार के निर्णय का समर्थन किया था। आबकारी अधिकारी ने इसको लेकर लिखे पत्र में कहा था कि दोनों डोज लगने का सर्टिफिकेट दिखाने पर देसी मदिरा दुकान सीतामऊ फाटक, भूनिया खेड़ी और पुराना बस स्टैंड पर 10 प्रतिशत का डिस्काउंट दिया जाएगा। इसको लेकर वहां आबकारी विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई थी ताकि अव्यवस्था के हालात न बनें। विधायक सिसोदिया ने इस पर आपत्ति करते हुए कहा कि इस तरह का नवाचार (नया प्रयोग) ठीक नहीं हैं और न ही यह शासन का फैसला है। इससे शराब पीने वालों का आकर्षण बढ़ेगा। इसके बाद आज सुबह आबकारी अधिकारियों ने यह कहते हुए अपना आदेश वापस ले लिया कि यह ठेकेदार का निर्णय है। इससे विभाग को कोई लेना देना नहीं है।
दरअसल मंगलवार को मंदसौर जिला आबकारी अधिकारी ने कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगवाने वालों के लिए शराब पर 10 प्रतिशत छूट के ठेकेदार के निर्णय का समर्थन किया था। आबकारी अधिकारी ने इसको लेकर लिखे पत्र में कहा था कि दोनों डोज लगने का सर्टिफिकेट दिखाने पर देसी मदिरा दुकान सीतामऊ फाटक, भूनिया खेड़ी और पुराना बस स्टैंड पर 10 प्रतिशत का डिस्काउंट दिया जाएगा। इसको लेकर वहां आबकारी विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई थी ताकि अव्यवस्था के हालात न बनें। विधायक सिसोदिया ने इस पर आपत्ति करते हुए कहा कि इस तरह का नवाचार (नया प्रयोग) ठीक नहीं हैं और न ही यह शासन का फैसला है। इससे शराब पीने वालों का आकर्षण बढ़ेगा। इसके बाद आज सुबह आबकारी अधिकारियों ने यह कहते हुए अपना आदेश वापस ले लिया कि यह ठेकेदार का निर्णय है। इससे विभाग को कोई लेना देना नहीं है।
कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगवाने में आनाकानी करने वालों को शराब पर दस प्रतिशत छूट दिए जाने को बढ़ावा देने का फैसला मंदसौर जिला आबकारी अधिकारी ने वापस ले लिया है। मंदसौर विधायक यशपाल सिसोदिया ने आबकारी अधिकारी द्वारा इसको लेकर लिखे गए पत्र पर आपत्ति करते हुए इसे शराब पीने वालों को बढ़ावा देने वाला फैसला बताया था और इसको लेकर ट्वीट भी किया था। इसके बाद आबकारी अधिकारी ने आदेश वापस ले लिया।
दरअसल मंगलवार को मंदसौर जिला आबकारी अधिकारी ने कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगवाने वालों के लिए शराब पर 10 प्रतिशत छूट के ठेकेदार के निर्णय का समर्थन किया था। आबकारी अधिकारी ने इसको लेकर लिखे पत्र में कहा था कि दोनों डोज लगने का सर्टिफिकेट दिखाने पर देसी मदिरा दुकान सीतामऊ फाटक, भूनिया खेड़ी और पुराना बस स्टैंड पर 10 प्रतिशत का डिस्काउंट दिया जाएगा। इसको लेकर वहां आबकारी विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई थी ताकि अव्यवस्था के हालात न बनें। विधायक सिसोदिया ने इस पर आपत्ति करते हुए कहा कि इस तरह का नवाचार (नया प्रयोग) ठीक नहीं हैं और न ही यह शासन का फैसला है। इससे शराब पीने वालों का आकर्षण बढ़ेगा। इसके बाद आज सुबह आबकारी अधिकारियों ने यह कहते हुए अपना आदेश वापस ले लिया कि यह ठेकेदार का निर्णय है। इससे विभाग को कोई लेना देना नहीं है।
गौरतलब है कि मंदसौर में लोग कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज नहीं लगवा रहे हैं। जिला प्रशासन अब तक दूसरे डोज का 50 प्रतिशत लक्ष्य भी हासिल नहीं कर पाया है। आज जिले में वैक्सीनेशन का महाअभियान भी है। सौ फीसदी वैक्सीनेशन करने के लिए प्रशासन हर तरह से लोगों को प्रेरित कर रहा है। इसीलिए शराब ठेकेदारों को भी इसमें सहयोग के लिए कहा गया था।
वैक्सीनेशन को लेकर खंडवा जिला आबकारी अधिकारी का बयान भी सामने आ चुका है जिसमें उनके द्वारा वैक्सीन के दोनों डोज लगवाने पर ही शराब देने की बात कही थी और मीडिया को दिए बयान में कहा था कि शराब पीने के बाद व्यक्ति झूठ नहीं बोलता, इसलिए शराब दुकानों में दोनों डोज लगवाने के बाद शराब बेचने के लिए ठेकेदारों को कहा गया था। इस अधिकारी का बयान भी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था।