बिहार के लखीसराय में छठ के दिन पत्नी समेत ससुराल के 6 लोगों पर फायरिंग करने वाले आरोपी आशीष कुमार उर्फ छोटू ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। इसके बाद पुलिस ने उसे 48 घंटे की रिमांड पर लिया है। पुलिस आरोपी छोटू को घटना वाली जगह पर लेकर पहुंची। छठ के दिन आशीष ने पत्नी और उसके मायके वालों पर अंधाधुध फायरिंग की थी जिसके बाद उसकी पत्नी और दो साले की मौत हो गई। घटना के बाद आरोपी फरार था। मंगलवार को उसने कोर्ट के सामने सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने उसे 48 घंटे की पुलिस रिमांड में भेजा है।

पुलिस पूछताछ में छोटू ने कई चौकाने वाले खुलासे किए हैं। छठ के दिन 6 लोगों पर गोलियां बरसाने से पहले उसने 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन किए थे। इतना ही नहीं हत्या के बाद वह तिरुपति बालाजी और वैष्णो देवी के दर्शन करने गया। इसके साथ ही वह काशी भी पहुंचा था।

पुलिस रिमांड में आरोपी ने नरसंहार की बात मानी और कहा कि मेरी पत्नी ने मुझे धोखा दिया। उसने मेरे साथ गलत किया। इस वजह से मैं डिप्रेशन में था उस दौरान ही मैंने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। आरोपी छोटू ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद वह गांव के बाहर पहुंचा और एक मोटरसाइकिल वाले से लिफ्ट ली। फिर ट्रेन पर बैठकर गया पहुंचा। गया से तिरूपति बालाजी और बालाजी से बेंगलुरु और फिर वहां से दिल्ली पहुंचा। दिल्ली से वैष्णो देवी धाम जाकर वहां दर्शन करने के बाद काशी पहुंचा। इधर बिहार में क्या चल रहा था इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं थी। किसी व्यक्ति के मोबाइल पर लखीसराय न्यूज सर्च किया तो पता चला की मेरी वजह से तीन लोग पकड़े गए है इसके बाद कोर्ट के सामने हाजिर हो गया हूं।

आरोपी छोटू ने बताया कि मेरी पत्नी ने गलती की, मैंने माफ कर दिया। लेकिन दूसरे लड़के के लिए उसने मुझे ही लात मार दिया। घटना के दिन मैंने उससे कहा कि मैं बात करना चाहता हूं तो उसने कहा कि मैं तुम्हें नहीं पहचानती हूं। तब मुझे कुछ समझ में नहीं आया इसके बाद मैंने उसे गोली मार दी। युवक ने कहा कि मैं मानसिक रूप से परेशान था। मुझे मेरे किए पर पछतावा है। परिवार में कोई बड़ा रहता तो शायद मैं संभल जाता लेकिन अकेला था इस वजह से गलत सोच लिया। मेरे अलावा इसमें किसी दूसरे का कोई दोष नहीं है।