कानपुर। माता-पिता का कत्ल करने के बाद कोमल ने प्रेमी रोहित के साथ भाई अनूप को भी मारने का षड्यंत्र रचा था। शाम को उसने अनार का जूस बनाया और उसमें कीटनाशक मिलाकर पिता मुन्नालाल और मां राजदेवी संग भाई अनूप को भी पिलाया था। इसे पीने के बाद अनूप को अचानक चक्कर आने लगा और वह ऊपर कमरे में सोने गया। उसने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया था और इसी वजह से उसकी जान बच गई। हत्यारोपित रोहित उस तक पहुंच ही नहीं पाया।पुलिस ने कीटनाशक की बोतल भी बरामद कर ली है। पुलिस की पूछताछ के दौरान अनूप ने बताया कि सोमवार रात लगभग आठ बजे बहन कोमल ग्लास में जूस लेकर आई थी। उसने कहा था कि अनार और शलजम का जूस बनाया है, इसे पी लो। अनूप के मुताबिक जब जूस पीया तो काफी कड़वा लगने लगा। इस पर जूस छोड़ दिया। थोड़ी देर बाद चक्कर आने लगा। इस पर वह कमरे में गया और अंदर से बंद कर सो गया। इधर, उसके मां-बाप की हत्या हो गई।
भइया, देखो मम्मी-पापा मर गए
अनूप के मुताबिक मंगलवार तड़के तीन बजे कोमल आई और बाहर से जोर-जोर से दरवाजा खटखटाने लगी तो उसकी नींद टूटी। उसने दरवाजा खोला तो कोमल ने कहा कि भइया, देखो नीचे मम्मी और पापा मर गए। मुन्नालाल और राजदेवी का गला एक ही वार से काट दिया गया था। दोनों की 80 प्रतिशत गर्दन कट गई थी। फोरेंसिक टीम की जांच में इसका खुलासा हुआ। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अत्यधिक खून बहने से दोनों की मौत होने की पुष्टि हुई है। उनके शरीर में कौन सा जहर कितनी मात्रा में मौजूद था। इसकी जानकारी के लिए विसरा सुरक्षित रखा गया है।
सोमवार रात को बर्रा में हुई इस सनसनीखेज घटना के बाद मोहल्ले का हर शख्स हैरान था। सुबह से ही भारी भीड़ घटनास्थल पर जमा हो गई थी। फोरेंसिक टीम मौके पर जांच करने पहुंची। फोरेंसिक विशेषज्ञ के मुताबिक दोनों के गले में जिस तरह का घाव था वह एक ही वार से किया गया था। जो कि अत्यधिक धार वाला चापड़ हो सकता है। प्रभारी ने बताया कि नीचे बने बाथरूम में बेंजाडीन टेस्ट किया गया। जिसमें खून मिलने की पुष्टि हुई है। इससे यह साफ है कि वहां पर खून से सनी वस्तु को धोया गया था। जो खून बरामद हुआ उसका ओबीटीआई टेस्ट किया गया। जिससे यह पुष्टि हुई की वह मानव रक्त है।