नई दिल्ली । भाजपा नेतृत्व ने साफ कर दिया है कि विधानसभा चुनावों में पार्टी सभी राज्यों में सामूहिक नेतृत्व में उतरेगी और उसके सभी प्रमुख नेताओं को चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए। पार्टी राजस्थान व छत्तीसगढ़ में भी अपने केंद्रीय मंत्रियों और कुछ सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारने जा रही है। रविवार देर रात तक चली केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में दोनों राज्यों के लिए उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की गई है।
रविवार देर रात तक चली भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने राजस्थान के लिए लगभग पचास और छत्तीसगढ़ की बाकी 69 सीटों के लिए नामों पर चर्चा की है। सूत्रों के अनुसार, दोनों राज्यों में पार्टी अपने अधिकांश प्रमुख नेताओं को उतारेगी, चाहे वह विधायक हों या सांसद या फिर पदाधिकारी। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और रमन सिंह भी चुनाव लड़ेंगे।
इसके अलावा राजस्थान में तीन केंद्रीय मंत्रियों गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी व अर्जुनराम मेघवाल के नामों पर भी चर्चा की गई। सूत्रों के अनुसार पार्टी ने राज्य में चार सांसदों को भी चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी की हुई है।
माहौल को पार्टी के पक्ष में करना है
छत्तीसगढ़ में भी भाजपा इस बार नए चेहरों को तो उतारेगी ही, लेकिन प्रमुख नेताओं को भी चुनाव लड़ाएगी। सूत्रों के अनुसार प्रदेश अध्यक्ष सांसद अरुण साव, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, नारायण चंदेल, पूर्व मंत्री ब्रजोमहन अग्रवाल, अमर अग्रवाल, अजय चंद्राकर, केदार कश्यप को भी चुनाव मैदान में उतारा जाएगा।
चुनाव समिति ने राज्यों की बाकी सभी 69 सीटों के लिए चर्चा का काम पूरा कर लिया है। हालांकि इनके नाम दो सूचियों में जारी किए जाएंगे। गौरतलब है कि भाजपा नेतृत्व ने हाल में मध्य प्रदेश में अपने अधिकांश प्रमुख नेताओं को विधानसभा चुनाव लड़ाने का फैसला किया था। इसमें तीन केंद्रीय मंत्रियों व चार सांसदों को भी उतारा गया है। कुछ और बड़े नेताओं को भी चुनाव लड़ाया जाएगा।
इसी तरह का फार्मूला राजस्थान व छत्तीसगढ़ में भी अपनाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में भाजपा ने पहली ही सूची में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ सांसद विजय बघेल को खड़ा किया हुआ है। दरअसल भाजपा की रणनीति बड़े चेहरों को दांव पर लगाकर माहौल को भाजपा के पक्ष में बनाना है।
भाजपा मध्य प्रदेश व तेलंगाना के लिए भी जल्द ही उम्मीदवारों के नाम तय करेगी। मध्य प्रदेश के लिए पार्टी अभी तक 79 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। उसे 151 और उम्मीदवार तय करने हैं, जबकि तेलंगाना कीपहली सूची आनी बाकी है।