इंदौर। सेंट्रल जेल में आज सुबह जेल परिसर में हंगामा करने वाली महिलाओं को शाम होते होते जेल मुख्यालय भोपाल से आए आदेश के बाद आखिरकार जेल अधिकारियों को मुलाकात करानी पड़ी। शाम 4:30 बजे आई आदेश के बाद जेल अधिकारियों ने मौजूदा महिलाओं को ना सिर्फ मुलाकात करवाई बल्कि उन्हें राखी बांधने का अवसर भी दिया। करीब 80 महिलाओं ने जिनमें ज्यादातर महिलाएं दूरदराज से आई थी की मुलाकात उनके भाइयों से कराई गई।
जेल अधीक्षक अलका सोनकर ने बताया कि जेल मुख्यालय से आदेश नहीं आने के कारण सुबह जेल में बंद भाइयों को राखी बांधने के लिए पहुंची महिलाओं को राखी बांधने की अनुमति नहीं दी गई थी, जिसके चलते उन्होंने जेल परिसर में हंगामा करते हुए चक्का जाम किया था।
बताया जा रहा है कि मीडिया में आई खबरों के बाद प्रदेश के जेल और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तत्काल जेल मुख्यालय पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वह रक्षाबंधन त्यौहार के दौरान बंधुओं को उनकी बहनों से मिलने का अवसर प्रदान करें। साथ ही साथ उन्हें राखी बांधने की अनुमति दी जाए मिलने के बाद, जेल अधिकारियों ने महिलाओं को उनके भाइयों से मुलाकात कराई महिलाओं ने अपने भाइयों से मिलकर उनकी हाथों की कलाई पर राखी बांधी।
बंदी भाइयों ने भी बहनों को वचन दिया कि जेल से छूटने के बाद अच्छा जीवन जिएंगे और समाज में एक नया वातावरण पैदा करेंगे कुछ बंदी तो राखी बनवाते समय फूट फूट कर रो पड़े। जेल सूत्रों ने बताया कि आज जो महिलाएं राखी नहीं बन सकी हैं वह कल 12 अगस्त को भी अपने भाइयों को राखी बांध , सकेंगी जेल प्रशासन ने सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक व्यवस्था की है कि जितने भी महिलाएं आएंगे आएंगी वह निश्चित होकर अपने भाइयों को राखी बांध सकेंगी।