कटनी. एमपी के कटनी में खतौली स्थित विद्युत मंडल के आफिस में कम्प्यूटर आपरेटर के माध्यम से 25 हजार रुपए की रिश्वत ले रहे असिस्टेंट इंजीनियर को जबलपुर से पहुंची लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथ पकड़ा है. लोकायुक्त टीम के हत्थे चढ़ते ही एई व उनके प्राइवेट कर्मचारी स्तब्ध रह गए. उक्त रिश्वत की मांग कार्यपालन यंत्री व असिस्टेंट इंजीनियर ने मांगी थी.
इस संबंध में लोकायुक्त एसपी संजय साहू ने बताया कि कटनी निवासी बलराम दास पटेल एमपीईबी में बी क्लास का ठेकेदार है. ग्राम लोहरवाड़ा जिला कटनी के उपभोक्ता राजेश पटेल की राइस मिल के लिए 63 केबी का ट्रांसफर लगवाने के लिए आवेदन दिया था. जिसपर कार्यपालन यंत्री राजीव चतुर्वेदी ने एस्टीमेट व डिमांड नोट तैयार करने के लिए 80 हजार रुपए रिश्वत की मांग की. इसके बाद असिस्टेंट इंजीनियर खतौली चंचल गुप्ता से मुलाकात की तो उन्होने भी कार्य के लिए 40 हजार रुपए की मांग की.
पीडि़त ने इस बात की शिकायत जबलपुर में लोकायुक्त एसपी संजय साहू से की. इसके बाद आज रिश्वत की पहली किश्त 25 हजार रुपए लेकर पीडि़त खतौली स्थित विद्युत मंडल के आफिस पहुंचा. जहां पर उसने आउट सोर्स कर्मचारी कम्प्यूटर आपरेटर रवि कुमार बर्मन को 25 हजार रुपए दिए. रवि ने उक्त राशि जैसे ही एई चंचल गुप्ता को दी, तभी लोकायुक्त डीएसपी सुरेखा परमार, इंस्पेक्टर कमलसिंह उईके, भूपेन्द्र दीवान व टीम के चार सदस्यों ने दबिश देकर दोनों को पकड़ लिया. लोकायुक्त के हत्थे चढ़ते ही कम्प्यूटर आपरेटर रवि कुमार बर्मन व एई चंचल गुप्ता कुछ पल के लिए स्तब्ध रह गए.
कार्यपालन यंत्री राजीव चतुर्वेदी ने भी मांगी थी रिश्वत-
एसपी संजय साहू ने बताया कि इस मामले में एमपीईबी कटनी के कार्यपालन यंत्री राजीव चतुर्वेदी ने भी पीडि़त से 80 हजार रुपए की मांग की थी. इसके बाद पीडि़त एई चंचल गुप्ता के पास पहुंचा तो उन्होने 40 हजार रुपए मांगे. हालांकि मौके पर एई चंचल गुप्ता व कम्प्यूटर आपरेटर रवि कुमार बर्मन ही 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए है.