शिवपुरी । पिछोर थाना अंतर्गत बुधना नदी में सोमवार की सुबह एक कार का टायर ग्रामीणों को दिखाई दिया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने सूचना के बाद कार को बाहर निकाला तो कार में एक व्यसायी का शव मिला। कार की शिनाख्त की गई तो कार पिछोर न्यायालय में पदस्थ एडीपीओ की निकली।
इसके बाद खुलासा हुआ कि दोनों रविवार की शाम पार्टी मनाने के लिए रवाना हुए थे। इसके बाद दोनों के बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं मिली। पुलिस ने फिलहाल मृतक के शव का पीएम करवा कर नदी में ही एडीपीओ के शव की तलाश शुरू कर दी है, हालांकि कार में एडीपीओ की बाडी नहीं होने से पुलिस फिलहाल इस पूरी मामले को संदेह की नजर से भी देख रही है।
पिछोर टीआई रत्नेश यादव के अनुसार, नदी में से कार बाहर आने के उपरांत जब कार की पहचान की गई तो कार पिछोर न्यायालय में पदस्थ एडीपीओ राकेश रोशन की निकली, लेकिन कार में जो शव मिला। उसकी पहचान शिवम गुप्ता के रूप में हुई।
पुलिस ने जब एडीपीओ राकेश रोशन की तलाश की तो उनका भी कोई सुराग नहीं लगा। इसी दौरान पुलिस को नया चौराहा निवासी केदारनाथ सेन नामक युवक मिला। उसने पुलिस को बताया कि एडीपीओ राकेश रोशन, शिवम गुप्ता रविवार को पार्टी मनाने के लिए माताटीला जाने के लिए रवाना हुए थे। उनके साथ कार में वह भी था, परंतु वह नया चौराहा पर उतर गया था। ऐसे में कार नदी में कैसे पहुंची इसे लेकर संशय बना हुआ है।
पुलिस प्रथम दृष्टया इसे हादसा मान कर चली रही है, परंतु कार में एडीपीओ का शव नहीं है और न ही उनका शव नदी में कहीं मिला है। ऐसे में फिलहाल पुलिस मामले को संदिग्ध भी मान रही है, लेकिन उससे पहले नदी में एडीपीओ के शव की तलाश भी की जा रही है।
जिस पुल के नीचे पुलिस को कार मिली है, वह पुल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है और उस पुल से वाहनों का आना-जाना असंभव है। ऐसे में कार उस पुल के नीचे कैसे पहुंची, यह भी जांच का विषय है। पुलिस के अनुसार, कार जिस पुल के नीचे मिली है, वहां से गिरना संभव नहीं है। ऐसे में यह भी पता किया जा रहा है कि कहीं कार किसी अन्य रपटे से बहकर तो यहां तक नहीं आई है।
कार में मिली शराब की बोतल, नशे में थे दोनों
नदी में निकली कार में पुलिस को शराब की बोतलें भी मिली हैं। इसके अलावा पुलिस को प्रारंभिक पूछताछ में यह भी पता चला है कि कार में सवार शिवम गुप्ता व एडीपीओ राकेश रोशन दोनों ने पिछोर से निकलने से पहले ही शराब पी ली थी और दोनों हल्के नशे में थे।
ऐसे में यह भी माना जा रहा है कि हो सकता है कि किसी पुल अथवा रपटे को पार करते हुए कार अनियंत्रित होकर नदी में गिर गई हो। हालांकि कार नदी में गिरती तो कार में एडीपीओ का शव भी मिलना था, लेकिन एडीपीओ का शव कार में नहीं है। ऐसे में पूरा मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है।