भोपाल मध्य प्रदेश में चुनाव की तारीखों का ऐलान भले नहीं हुआ है लेकिन उसकी प्रशासनिक तैयारियां जोरदार तरीके से चल रही है.चुनाव में काले धन के उपयोग को रोकने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कसावट की जा रही है.जबलपुर के संभागायुक्त ने सभी जिला प्रमुखों को निर्देश दिए हैं कि वे बड़े ट्रांजैक्शन पर कड़ी नजर रखें.
दरअसल, हर दिन चुनावों को लेकर अधिकारियों के बीच बैठकों का दौर चल रहा है. नए आदेश निर्देश दिए जा रहे हैं. ताजा आदेश में संभागायुक्त अभय वर्मा ने सभी जिला प्रमुखों को निर्देश दिए हैं कि वे बड़े ट्रांजैक्शन पर कड़ी नजर रखें. जिलों की सीमाओं, खासकर उन जिलों में विशेष सतर्कता बरती जाए, जहां सीमा दूसरे राज्यों से मिलती है. कमिश्नर वर्मा ने नक्सल प्रभावित और संवेदनशील क्षेत्रों पर भी चौकसी बरतने को कहा है.
कमिश्नर अभय वर्मा की अध्यक्षता में बैठक
कमिश्नर अभय वर्मा की अध्यक्षता में गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से निर्वाचन को लेकर अंतर्राज्यीय सीमा से जुड़े अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई. वीडियो कॉन्फ्रेंस में महाराष्ट्र के नागपुर, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर व दुर्ग के कमिश्नर के साथ नागपुर, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव और बालाघाट के आईजी व जबलपुर संभाग के अंतर्राज्यीय सीमावर्तीय जिला मुंगेली, कबीरधाम, राजनांदगांव, गोंदिया, भंडारा, खैरागढ़, गोरेलामरवाही तथा मध्य प्रदेश के मंडला, डिंडोरी व बालाघाट के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक जुड़े थे.
इस दौरान निर्वाचन से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के साथ ही स्वतंत्र व निष्पक्ष निर्वाचन करने के लिए सभी अधिकारियों ने आवश्यक तैयारियों के संबंध में जानकारी ली गई.कमिश्नर वर्मा ने जबलपुर संभाग से लगी अंतर्राज्यीय सीमा पर चेकपोस्ट बनाने के निर्देश दिए है. निर्वाचन कार्य में पारदर्शिता रखने के लिए संदिग्ध ट्रांजैक्शन पर निगरानी रखने को कहा गया.अंतर्राज्यीय सीमा से लगे मतदान केन्द्र और ऐसे मतदान केन्द्रों, जिन पर दूसरे राज्य की सड़कों से होकर वहाँ पहुँचना पड़ता है, उन मतदान केन्द्रों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए है.