भोपाल। प्रदेश में काम की तलाश में भटकने वाले मजदूरों को रोजगार दिलाने के नाम पर दूसरे राज्यों में भेजने के मामले में अब ऐसे लोगों पर केस दर्ज हो सकता है जो मजदूरों को बाहर भेजते हैं। प्रदेश में लाखों ऐसे श्रमिक हैं जो काम की तलाश में दूसरे राज्यों में जाते हैं। ऐसे श्रमिकों को बंधक बनाने के सर्वाधिक मामले अब तक कटनी जिले में ही सामने आए हैं। इसलिए कटनी जिला प्रशासन ने जिले के श्रमिकों को कर्नाटक और महाराष्ट्र भेजने पर अंतर्राज्यीय प्रवासी कर्मकार अधिनियम के अंतर्गत एक व्यक्ति को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया है। इस मामले में आरोपी को एक साल की सजा भी हो सकती है।

दरअसल कटनी जिले के कौड़िया गांव के 28 मजदूरों को काम की तलाश में भटकने पर जिले के राजेंद्र प्रसाद उपाध्याय ने महाराष्ट्र भेजा था जहां से मजदूर कर्नाटक गए थे और वहां गन्ना कटाई और लदाई का काम कराने के बाद भी उन्हें मजदूरी नहीं दी जा रही थी। उनसे बलपूर्वक काम कराने वालों द्वारा सिर्फ खाना दिया जा रहा था।

इसकी जानकारी मिलने पर पिछले दिनों विधायक ने कलेक्टर से मुलाकात कर पूरा किस्सा बताया था जिसके बाद कलेक्टर ने कर्नाटक और महाराष्ट्र के अफसरों से बात की थी और अब वे श्रमिक अपने गांव लौट आए हैं। अब इस मामले में जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए श्रम पदाधिकारी के माध्यम से कौड़िया गांव के श्रमिकों को दूसरे राज्य में भेजने वाले राजेन्द्र प्रसाद उपाध्याय को नोटिस भेजा है। यह कारण बताओ नोटिस अंतर्राज्यीय प्रवासी कर्मकार अधिनियम का उल्लंघन किए जाने पर जारी किया गया है।