सागर ।   कलेक्टर  संदीप जी.आर. ने जिले में फर्जी और झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जिसके चलते जिले में अब तक 15 ऐसे डॉक्टर, क्लीनिक par कार्रवाई की जा चुकी हैं। बता दें कि कलेक्टर ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए), अस्पताल संचालकों और सभी संबंधित अधिकारियों कोके साथ बैठक कर निर्देशित किया था कि जिले में ऐसे डॉक्टरों की पहचान कर त्वरित कार्रवाई की जाए।  इसी क्रम में आज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ ममता तिमोरी, मालथोन एसडीएम श्री मुनव्वर खान, तथा बीएमओ डॉ. शेखर श्रीवास्तव के द्वारा संयुक्त रूप से कार्यवाही की गई। बेसरा गांव में झोलाछाप डॉक्टर की क्लीनिक निरीक्षण के समय बंद पाई गई। इसके उपरांत बेसरा उप स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया गया। वहाँ मौजूद सीएचओ एवं आयुष मेडिकल ऑफिसर को सख्त निर्देश दिए गए कि भविष्य में झोलाछाप क्लीनिक चालू पाए जाने पर तत्काल मुख्यालय को सूचित करें।

मालथोन शहरी क्षेत्र में बी ए एम एस डिग्रीधारी डॉक्टर मनोज जैन की क्लीनिक का भी निरीक्षण किया गया। क्लीनिक को केवल आयुर्वेदिक पद्धति के लिए लाइसेंस प्राप्त है, लेकिन वहां एलोपैथिक इलाज किया जा रहा था। डॉक्टर को अंतिम चेतावनी देते हुए निर्देश दिए गए कि दो दिवस के भीतर सभी एलोपैथिक दवाइयां हटाएं, अन्यथा क्लीनिक सील कर दी जाएगी।

इन पर हुई अब तक कार्रवाई

मेडिकल फर्जीवाड़े को रोकने और वैधानिक कार्रवाई करने के मामले में पीपुल्स हॉस्पिटल बीना, विप्लव विश्वास छोटी बंजरिया बीना, गुलाब पटेल छोटी बंजरिया बीना, समीर विश्वास बस स्टैंड देवरी, डॉ केसी पटेल रामधर तिराहा देवरी, गुरु दत्त अस्पताल डीडी पटेल रामधर तिराहा देवरी, इमाम खान सदर, डालचंद यादव सदर, सैयद अशरफ अली सदर, अरुण राय सदर, प्रीति अहिरवार जगदीशपुरा खुरई, दीपक जैन बंडा, डॉक्टर साहू बंडा, अरिहंत पैथोलॉजी लैब बंडा एवं राजा बाबू लोधी सहजपुर केसली शामिल हैं।

बंडा : अरिहंत नर्सिंग होम का निरीक्षण कर उसकी लैब को सील किया गया। सभी दस्तावेज जब्त कर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सौंपे गए।

देवरी : तीन झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिक सील किए गए। बस स्टैंड पर स्थित बंगाली डॉक्टर समीर विश्वास की क्लीनिक को पुलिस व प्रशासन की टीम ने सील किया। मौके से एलोपैथिक दवाएं, एंटीबायोटिक, तथा सर्जरी में उपयोग होने वाले एनेस्थीसिया इंजेक्शन जब्त किए गए। डॉ. समीर विश्वास के पास कोई वैधानिक दस्तावेज नहीं मिले।क्लीनिक पर इलेक्ट्रो होम्योपैथी के प्रमाणपत्र लगे थे, लेकिन इलाज एलोपैथिक तरीके से किया जा रहा था।

झुंनकू ग्राम पंचायत – संजय नगर : डॉ. सी. पटेल, दामोदर पटेल और गुरुदत्त क्लीनिक पर छापामार कार्रवाई कर एलोपैथिक दवाएं जब्त की गईं और क्लीनिक सील किए गए।

बीना तहसील छोटी बजरिया :  यहां दो अवैध मेडिकल क्लिनिक को सील किया गया। संबंधित व्यक्तियों के पास कोई मेडिकल डिग्री या रजिस्ट्रेशन नहीं पाया गया।

बंडा तहसील ग्राम बिनायका : डॉ. मनीष वैद्य की ‘दिव्यरत्न होम्यो क्लीनिक’ और डॉ. उत्तम विश्वास की क्लीनिक बंद कराई गई। डॉ. विश्वास ने लिखित रूप से क्लीनिक बंद करने की जानकारी दी।

कलेक्टर ने निर्देश दिए है कि इस प्रकार की कार्यवाही सतत् जारी रहेंगी जिससे जिले वासियों के साथ किसी भी प्रकार के मेडीकल फर्जीवाड़े को होने से रोका जा सके।