दिल्ली। ‘आप’ नेता आतिशी शनिवार को दिल्ली के छठे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उपराज्यपाल वी.के.सक्सेना शाम 4.30 बजे राज निवास में आतिशी और उनके मंत्रिपरिषद को शपथ दिलाई।

चार मौजूदा मंत्री गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज और इमरान हुसैन ने अपनी जगह बरकरार रखी जबकि दलित विधायक मुकेश अहलावत कैबिनेट में नया चेहरा है। भाजपा की सुषमा स्वराज और कांग्रेस की शीला दीक्षित के बाद आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनी है।

केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी को विधायक दल का नेता चुना गया था। इससे पहले कालकाजी सीट से विधायक आतिशी, दिल्ली सरकार में कई विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं।

शराब नीति मामले के सीबीआई केस में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सशर्त जमानत मिले। जिसके मुताबिक उन्हें अपने कार्यालय या सचिवालय जाने की अनुमति नहीं होगी, इसके साथ ही उन फाइलों के अलावा वो किसी भी फाइल पर हस्ताक्षर नहीं कर पाएंगे जिन्हें उपराज्यपाल की ओर से मंजूरी दी जानी है।

इससे पहले, आतिशी मंगलवार शाम को केजरीवाल के साथ राज निवास में उपराज्यपाल से मिलने गई थी, जहां उन्होंने अपना इस्तीफा सौंप दिया और उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया। इसके बाद उपराज्यपाल ने शपथ ग्रहण की तारीख 21 सितंबर प्रस्तावित की।

आप नेता 26-27 सितंबर को बुलाए गए विशेष सत्र में 70 सदस्यीय विधानसभा में अपनी सरकार का बहुमत साबित करेंगी।

जमानत पर रिहाई के बाद केजरीवाल ने कहा था कि अगर अगले चुनाव में लोग उन्हें ईमानदार मानते हैं तो वह फिर से इस पद पर लौट आएंगे। मनोनीत मुख्यमंत्री आतिशी ने शुक्रवार को उनके प्रति समर्थन व्यक्त किया और दावा किया कि केवल उनका (केजरीवाल) नेतृत्व ही मुफ्त बिजली और पानी सुनिश्चित करके दिल्लीवासियों के लिए “बेहतर जीवन और उज्ज्वल भविष्य” सुनिश्चित कर सकता है।

उन्होंने आगे कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि दिल्ली के लोग फिर से केजरीवाल को अपना नेता चुनें और उन्हें फिर से मुख्यमंत्री बनाएं, अन्यथा “उत्तर प्रदेश में जो हो रहा है, वह राजधानी में भी सामान्य बात हो जाएगी।”

आतिशी ने प्रेस को यह भी बताया कि केजरीवाल अगले रविवार से जनसंपर्क कार्यक्रम शुरू करेंगे, इस दौरान वह लोगों से मिलेंगे और उनका समर्थन मांगेंगे।