गाजियाबाद । अर्थला में ऑनलाइन गेम खेलने के लिए पैसे न देने पर युवक ने अपनी नानी की हत्या कर दी। गला दबाकर हत्या के बाद आरोपी ने नानी के कुंडल और दो हजार रुपये लूट लिए। आठ जून को घर में ही नानी का शव मिला था। शुक्रवार को थाना साहिबाबाद में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, इसके बाद पुलिस ने शनिवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

गला दबाकर हत्या
बता दें कि अर्थला में रहने वाले भगवान सिंह की 60 वर्षीय मां हरप्यारी आठ जून को घर में मृत अवस्था में मिली थीं। शरीर पर चोट और गले पर स्पष्ट निशान न होने के कारण परिजन बीमारी से मौत समझे थे। हालांकि अस्पताल से मिली सूचना पर पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। अगले दिन पोस्टमार्टम के बाद गला दबाकर हत्या करने की रिपोर्ट आई तो पुलिस ने भगवान से संपर्क किया।

अज्ञात के खिलाफ दर्ज कराई थी लूट की रिपोर्ट
तब तक वह पूरे परिवार के साथ मां का शव लेकर संभल जिले में स्थित पैतृक निवास चले गए थे। मां के अंतिम संस्कार और तेहरवीं के बाद शुक्रवार को वह गाजियाबाद पहुंचे और थाना साहिबाबाद में अज्ञात के खिलाफ लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने मामले का पर्दाफाश कर भगवान के सगे भांजे एवं हरप्यारी के धेवते विनोद को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। उसके कमरे से हरप्यारी के कुंडल भी मिले हैं।

लूडो और तीन पत्ती खेलने का है आदी
करीब 21 वर्षीय विनोद की छह माह पूर्व ही शादी हुई थी। शादी के बाद से ही वह अतिरिक्त पैसे कमाने के चक्कर में जुपी ऐप पर ऑनलाइन लूडो और तीन पत्ती गेम खेलने लगा। शुरुआत में कुछ पैसे जीता, लेकिन फिर हारने लगा। दो माह पूर्व संभल से गाजियाबाद काम करने आ गया। यहां अर्थला में रहने वाले मामा भगवान सिंह व अशोक सिंह ने उसे किराये पर दुकान दिलाई और वह फास्ट फूड का काम करने लगा।

मांगे थे ढाई हजार रुपये
विनोद ने बताया कि आठ जून को सुबह वह भगवान सिंह के घर गया तो नानी के अलावा और लोग भी थे। परिवार के सभी लोग चले गए वह भी अपनी दुकान पर आ गया। मगर खाते में पैसे नहीं होने से वह गेम नहीं खेल पा रहा था। इसीलिए घर जाकर नानी से ढाई हजार रुपये मांगे।

हत्या के बाद कानों से निकाले कुंडल
बताया जाता है कि जब नानी ने रुपये देने से इनकार किया तो आरोपी ने कहा कि ऑनलाइन गेम खेलूंगा और पैसे जीतकर आपको ज्यादा रकम लौटाऊंगा। पैसे न देते हुए हरप्यारी ने समझाने का प्रयास किया तो आरोपी ने उन्हें धक्का देकर बेड पर गिराया और घुटना गर्दन पर रखकर हाथ से मुंह व नाक दबा दिया। हत्या के बाद उनके कानों से कुंडल निकाले और कमरे में ही रखे मंदिर से दो हजार रुपये लेकर वह दुकान पर चला गया।