भोपाल । पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर दिए गए अमर्यादित बयान पर भाजपा हमलाहर हो गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए अरुण यादव के बयान को स्तरहीन मानसिकता का प्रतीक बताते हुए इसे कांग्रेसी कल्चर करार दिया।

मुख्यमंत्री चौहान ने बुधवार देर शाम ट्वीट के माध्यम से कहा कि आज कांग्रेस नेता अरुण यादव द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के स्वर्गीय पिता जी पर जो अभद्र टिप्पणी की गई। वह उनकी स्तरहीन मानसिकता का प्रतीक है। यही “कांग्रेसी कल्चर”, इनकी मोहब्बत की दुकान है।

उन्होंने कहा कि मोदी देश का मान और देशवासियों का स्वाभिमान हैं। कांग्रेस रसातल में जा रही है और जब देश के यशस्वी व लोकप्रिय प्रधानमंत्री मोदी का सीधे मैदान में मुकाबला नहीं कर पा रही है, तो अभद्र और असभ्य भाषा पर उतर आई है। अरुण यादव द्वारा राजनैतिक मर्यादाएं तार-तार की गई है, उनके बयान से मध्यप्रदेश शर्मिंदा है। अरुण जी आपकी और कांग्रेस की इस कुंठा का जवाब मध्यप्रदेश की जनता देगी।

गौरतलब है कि अध्यक्ष अरुण यादव ने बुधवार को भोपाल में एक प्रेस वार्ता में अमर्यादित बयान दिया। उन्होंने पत्रकारों द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगामी भोपाल दौरे को लेकर किए सवाल पर कहा कि मोदी जी आ जाएं और उनके ऊपर कोई हों, वो भी आ जाएं। नड्डा जी आ ही रहे हैं, चल ही रहा है। मोदी जी के पिताजी भी आना चाहे तो आ सकते हैं, हमें कोई आपत्ति नहीं है।

अरुण यादव का बयान देश की 140 करोड़ जनता का अपमानः वीडी शर्मा
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा (वीडी शर्मा) ने कहा कि कांग्रेस नेता अरुण यादव द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्व. पिताजी के लिए की गई टिप्पणी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। अरुण यादव द्वारा प्रधानमंत्री मोदी पर की गई विवादित टिप्पणी देश के 140 करोड़ देशवासियों के प्रधानमंत्री अर्थात सभी देशवासियों का अपमान है। इसके लिए कांग्रेस के शीष नेतृत्व को जनता से माफी मांगना चाहिए।

वीडी शर्मा ने कहा कि जब-जब चुनाव की आहट आती है, कांग्रेस पार्टी के बदजुबान नेता अपनी ओछी टिप्पणियों एवं स्तरहीन भाषा से स्वतः ही पार्टी की बची हुई साख पर बट्टा लगाने पर उतारू हो जाते है। अरुण यादव की शब्दावली में जिस तरह प्रधानमंत्री के पिताजी के लिए उपयोग किया है, उससे आज अरुण यादव के स्व. पिताजी सुभाष यादव भी दुखी होंगे कि यह संस्कार मैंने अरुण को नहीं दिए। इस प्रकार की भाषा का उपयोग करना वे कहां से सीखे होंगे?

शर्मा ने कहा कि हम स्व. सुभाष यादव का सम्मान करते हैं क्योंकि हमारी संस्कृति और हमारे नेता नरेन्द्र मोदी ने यह संस्कार नहीं दिए कि राजनीति में चाहे पक्ष या विपक्ष में हो, जो व्यक्ति जीवित नहीं हो, उसके लिए इस प्रकार की शब्दावली उपयोग करें।

उन्होंने कहा कि व्यक्ति के चरित्र और संस्कार का पता उसकी भाषा से आसानी से लगाया जा सकता है। कांग्रेसियों का चरित्र ही चाटुकारिता एवं स्तरहीनता से भरा हुआ है, जो राहुल और प्रियंका गांधी के समक्ष नंबर बढाने हेतु किसी भी स्तर तक गिर सकता है। अरुण यादव द्वारा प्रधानमंत्री के प्रति बोले गए शब्द कोई नई बात नहीं है, बल्कि कांग्रेस पार्टी की बनी बनाई परंपरा है, जिसका उन्होंने केवल निर्वहन किया है।

वीडी शर्मा ने कहा कि इसके पूर्व भी कांग्रेस के पूर्व मंत्री राजा पटेरिया ने दमोह में एक जनसभा के दौरान जनता को प्रधानमंत्री मोदी की हत्या करने के लिए तैयार रहो जैसे शब्दों का प्रयोग किया था। इसके अलावा मौत का सौदागर, चायवाला, रावण, हिटलर, चौकीदार चोर है, जहरीला सांप जैसे निम्न स्तरीय टिप्पणी करने वाले ये कांग्रेसी नेता लगातार अपनी मर्यादाएं की समस्त सीमाएं लांघ चुके है।

उन्होंने कहा कि जब जब कांग्रेस नेताओं ने नैतिक को तांक में रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ बदजुबानी की है, जिसका परिणाम कांग्रेस को जनता ने हार के रूप में दिखाया है। अरुण यादव के स्तरहीन बोल केवल हताशा व गुस्से में निकली हुई खींच है, बल्कि आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस मुक्त मध्यप्रदेश की साफ होती तस्वीर भी दिखाई दे रही है। कांग्रेस के शीष नेतृत्व को अरूण यादव की स्तरहीन भाषा के लिए देश की 140 करोड़ जनता से माफी मांगना चाहिए।