दिल्‍ली-मुंबई समेत देश के ज्‍यादातर इलाकों में इस समय प्रचंड गर्मी पड़ रही है. तापमान 45 डिग्री सेल्‍स‍ियस को पार कर रहा है. ऐसे में कई लोगों को रात में नींद नहीं आती. लोग एसी चलाते हैं. नहाकर सोते हैं, फ‍िर भी भरपूर नींद के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. खासकर नौकरीपेशा लोगों के लिए तो और भी मुश्क‍िल है, क्‍योंकि उन्‍हें तो सुबह-सुबह ड्यूटी भी जाना होता है. नींद की कमी से मानस‍िक स्‍वास्‍थ्‍य पर भी असर पड़ता है. विशेषज्ञों ने गर्मी को मात देने के लिए कुछ ट्रिक्‍स बताए हैं, जिन्‍हें अपनाकर आप भी भरपूर नींद ले पाएंगे.

एक्‍सपर्ट के मुताबिक, भीषण गर्मी के बावजूद ऐसी कई चीजें आपके घर में ही मौजूद हैं जो आपको सोने में मदद कर सकती हैं. सबसे पहले अपने कमरे की रोशनी कम करें. ख‍िड़कियों पर मोटे पर्दे या ब्‍लाइंड्स लगाएं, जो कमरे को अंधेरा कर देंगी. चाहें तो आईमास्‍क लगाकर भी सो सकते हैं. दूसरा, स्‍लीप एक्‍सपर्ट पैट्रिक रॉस ने बताया कि दिनभर पानी का सेवन करते रहें. लेकिन सोने से पहले बिल्‍कुल भी पानी नहीं पीना चाह‍िए. एक घंटे पहले ही पानी पीना बंद कर दें.

दिन में झपकी लेने से बचना चाहिए

साइंटिस्‍ट ने बताया कि दिन में झपकी लेने से बचना चाहिए. क्‍योंकि जब आप रात में सोने की तैयारी कर रहे होते हैं तो यह झपकी आपकी नींद में कटौती कर देता है. वैसे भी अगर आपकी नींद रात में पूरी होगी तो दिन में झपकी लेने की नौबत ही नहीं आएगी. मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रिक रॉस ने बताया कि लिनन या सूती चादर शरीर पर डालकर सोएं. यह सांस लेने में भी दिक्‍कत नहीं करेगा. साथ ही, ट्रांसपेरेंट होने की वजह से अंदर हवा प्रवेश करेगी और आपको अच्‍छी नींद आएगी.

चेहरे के बिल्‍कुल पास पंखा न रखें

कई लोग गर्मी में चेहरे के बिल्‍कुल पास पंखा लगा देते हैं ताकि हवा अच्‍छी लगे. लेकिन एक्‍सपर्ट के मुताबिक, यह बेकार तरीका है. यह आपको और परेशान कर सकता है, क्‍योंकि पंखा पूरी रात आपके चेहरे पर पराग और धूल के कण उड़ा सकता है. जो अपनी नींद के लिए ठीक नहीं होगा. अगर कमरे में लगे पंखे पर धूल जमा है तो उसे जरूर साफ कर दें. ऊपर का पंखा आपकी त्‍वचा और नाक के मार्ग को शुष्‍क करता है.

इसे बदलने के लिए आपका शरीर अध‍िक श्लेष्म पैदा करता है, जो जरूरी भी है. एक और महत्‍वपूर्ण बात. स्लीप साइंटिस्ट डॉक्टर रेबेका रॉबिन्स सलाह देती हैं कि सोने से पहले एक रूटीन बना लें और उस पर टिके रहें. एक ही समय पर सोना और एक ही समय पर जागना ही सब कुछ है. यह शरीर को नैचुरल बनाए रखने में मदद करता है. हमारे शरीर के सभी अंग अच्‍छे से काम करते हैं. हमारा शरीर सीख जाता है कि हमें कब सोना है और कब जागना है.