मुंबई। कई बॉलीवुड एक्ट्रेस ने अपने इंटरव्यू के दौरान इस बात का खुलासा किया है कि इंटीमेट सीन या किसिंग सीन्स करने के दौरान उन्हें कई तरह के मेंटल ट्रॉमा से गुजरना पड़ा था। एक ओर जहां सेट पर केवल मेल डॉमिनेट क्रू होने की वजह से उन्हें इस तरह के बोल्ड सीन्स में असहजता होती थी, तो दूसरी तरफ कई बार को-ऐक्टर्स इसका फायदा उठाकर अपनी लाइन क्रॉस कर जाते थे।
कई एक्ट्रेसेज तो इसी वजह से इस तरह के सीन्स करने से हिचकती हैं। हालांकि पिछले कुछ समय से पश्चिम की तरह भारत में भी इंटीमेसी को-ऑर्डिनेटर का ट्रेंड जोर पकड़ रहा है। दो कैरेक्टर्स के बीच गार्ड की तरह काम करते ये इंटीमेट को-ऑर्डिनेटर्स उनकी असहजता और हिचक को खत्म करते हैं। हालांकि अब भी बॉलीवुड इंडस्ट्री के कई लोगों के लिए इंटीमेट को-ऑर्डिनेटर शब्द नया है। इंटीमेट को-ऑर्डिनेटर टर्म दीपिका पादुकोण की फिल्म गहराइयां के दौरान काफी चर्चा में आया था। फिल्म में दीपिका के बोल्ड अवतार के पीछे इन्हीं कुछ टेक्निकल लोगों का हाथ था। धीरे-धीरे हर सेट पर इन्हें हायर करने का प्रचलन शुरू हुआ है।
इंटीमेसी को-ऑर्डिनेटर फिल्म यूनिट का एक हिस्सा होते हैं, जो मूल रूप से एक्टर, परफॉर्मर, डायरेक्टर और प्रोडयूसर के बीच की बातचीत क्लियर करवाते हैं। वो सुनिश्चित करते हैं कि फिल्म में अगर कोई इंटीमेट या सेंसेटिव सीन है, तो वो एक निश्चित तौर-तरीके और नियम-कायदों में रहकर शूट किया जाए। इसका सबसे बड़ा रूल ये है कि एक्टर्स की हां या ना को हमेशा दिमाग में रखा जाए। जो भी सीन वो शूट करने वाले हैं उसमें एक्टर का कंफर्ट लेवल और रजामंदी सबसे जरूरी होता है।