छतरपुर मध्यप्रदेश के छतरपुर में एक बार फिर दलित युवक के घोड़ी चढ़ने पर बवाल हो गया. उसकी बारात को निकलने से रोक दिया गया. इतना ही नहीं यादव समाज के लोगों ने दलित की बारात पर पथराव भी किया. इसके बाद भारी पुलिस बल की मौजूदगी में दलित युवक की बारात निकाली गई. इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

छतरपुर के एसपी अमित सांघी ने बताया कि बक्सवाहा थाना क्षेत्र के चौरई गांव में एक दलित युवक की शादी थी. इस दौरान जब दलित युवक रितेश अहिरवार घोड़ी पर चढ़ा, तो गांव के कुछ दबंग यादवों ने उसका विरोध किया. इसके बाद गांव में दोनों समाजों के बीच जमकर हंगामा शुरू हो गया. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची.

पुलिस की मौजूदगी में भी हुआ पथराव
पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर दूल्हे के परिजनों को राज फहराने (देवी पूजन) के दौरान सुरक्षा देने की बात कही. इसके बाद गांव के दबंग यादवों ने दलित की बारात पर पथराव शुरू कर दिया. मामला इतना बढ़ गया कि स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े.

दबंग यादवों के हमले में SDOP शशांक जैन सहित 4 पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आई हैं. इसके बाद एसपी अमित सांघी के निर्देश पर गांव में भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है. अब पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.

50 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
पुलिस ने दलित परिवार को सुरक्षा दी, जिसके बाद दूल्हे रितेश अहिरवार की राज फहराई की रस्म पूरी हो सकी. उसके बाद दलित दूल्हे की बारात चौरई गांव से सागर जिले के शाहगढ़ गई. यहां उसकी शादी हुई और अब अपनी दूल्हन के साथ दूल्हा गांव भी आ चुका है.

वहीं, पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए 50 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. शासकीय कार्य मे बाधा डालने, मारपीट, बलवा, हरिजन एक्ट के तहत पुलिस ने मामला दर्ज किया है. इसमें 20 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज है, जबकि 30 अज्ञात के नाम रिपोर्ट में लिखे गए हैं. मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस आगे की जांच में जुट गई है.