मुंबई । नोरा फतेही ने हाल ही में बताया है कि उन्हें अक्सर उन फिल्मों के गानों में डांस करने का आॅफर दिया जाता है जिन फिल्मों की स्क्रिप्ट स्ट्रॉन्ग नहीं होती। उन्होंने बताया कि उन्हें प्रोड्यूसर्स कॉल करते हैं। नोरा ने बताया कि वो सिर्फ कुछ चुनिंदा फिल्मों के गानों पर डांस करने का आॅफर ही एक्सेप्ट करती हैं ताकि उन्हें इंडस्ट्री में एक ही तरह का काम करने के लिए टाइपकास्ट न कर दिया जाए।  वो इंडस्ट्री में अपनी पहचान सिर्फ एक डांसर होने तक सीमित नहीं रखना चाहती।

मैंने यहां तक पहुंचने के लिए काफी मेहनत की है: नोरा इंटरव्यू में उन्होंने कहा- कभी-कभी मैं वर्कप्लेस पर थोड़ा परेशान हो जाती हूं। शायद कुछ लोगों को मेरे साथ काम करना मुश्किल भी लगता होगा लेकिन ऐसा सिर्फ इसलिए है क्योंकि मैंने यहां तक पहुंचने के लिए काफी मेहनत की है। मैं जब स्टेज पर या कैमरे के सामने जाती हूं तो मेरे मन में यही चल रहा होता है कि मुझे अपना बेस्ट देना है। इंटरव्यू में जब नोरा से ये पूछा गया कि प्रोड्यूसर्स उन्हें फिल्म में डांस करने के लिए एप्रोच करते हैं, तो उन्हें कैसा महसूस होता है ? इसके जवाब में नोरा ने हंसते हुए कहा- मुझे नहीं पता की क्या सभी लोगों को मेरी जरूरत है भी या नही। लेकिन, हां ये सुनकर मुझे अच्छा जरूर महसूस होता है। मुझे ऐसा लगता है कि हां मेरी कोई जिम्मेदारी है। मैं अपने काम में अपना 100% लगा देती हूं: नोरा उन्होंने आगे कहा- अगर मैं किसी काम के लिए हां कर देती हूं तो फिर मैं उसमें अपना 100% देती हूं। मैं उस काम पर अपना 100% लगा देती हूं, घंटों रिहर्सल करती हूं।

मैं कॉस्टयूम से लेकर मेकअप तक हर चीज की डिटेल पर फोकस करती हूं। इसलिए मैं जल्दी से किसी को भी डांस के लिए हां नहीं करती क्योंकि ऐसा नहीं है कि मैं आउंगी, 2-3 स्टेप्स करूंगी और काम खत्म हो जाएगा और मैं चली जाउंगी। एक जैसे गानों पर परफॉर्म करने से आॅडियंस बोर हो जाती है: नोरा उन्होंने आगे कहा- अगर एक साल में मुझे फिल्मी गानों में डांस करने के 10 आॅफर मिलते हैं तो मैं इनमें से सिर्फ एक या दो आॅफर्स के लिए ही हां करती हूं। मैं एक-साथ बहुत सारे गानों के लिए भी हां नहीं करती क्योंकि ऐसे में आॅडियंस जल्दी बोर हो सकती है। इसके अलावा हमारी इंडस्ट्री में लोग किसी पर लेबल लगाने में कभी देर नहीं करते।