पटना । बिहार में एक महिला IAS की ऐसी दबंगाई कि एक जवान को अस्‍पताल में भर्ती होना पड़ा। दरअसल, मामला सारण जिला मुख्यालय छपरा से जुड़ा है जहां की डीडीसी और 2019 बैच की आईएएस (IAS) अधिकारी प्रियंका रानी एक बार फिर विवादों में घिर गई हैं। इस बार अपने आवास पर होमगार्ड जवान की पिटाई को लेकर डीडीसी प्रियंका रानी पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। डीडीसी पर आरोप है कि अपने आवास पर काम करने वाले होमगार्ड जवान अशोक कुमार साह को बीती रात उन्होंने बेरहमी से पीटा जिससे अशोक कुमार साह के शरीर पर जख्म के गंभीर निशान बन गए।

बता दें कि चार होमगार्ड जवानों को डीडीसी के सरकारी आवास पर संतरी ड्यूटी के तौर पर तैनात किया गया है। घटना मंगलवार रात की बताई जा रही है।

एसोसिएशन के सचिव दीपक कुमार ने कहा, सारण डीएम के सहयोग से दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, घर लौटते समय डीडीसी ने शाह को बीच सड़क पर अपनी ड्यूटी करने के लिए कहा, जब होमगार्ड के जवान ने आदेश का पालन करने से इनकार कर दिया और उसे बताया कि वह ऐसा करने के लिए पुलिस बल में नहीं है। सारण शहर अपराध बहुल क्षेत्र है और अगर वो अकेले रात की ड्यूटी करता तो बदमाश राइफल छीन लेते। डीडीसी ने तुरंत गंदी गालियां दीं और बेरहमी से पीटा, जिसके परिणामस्वरूप उसे छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

एसोसिएशन ने कहा कि संबंधित पुलिस स्टेशन ने आईएएस अधिकारी के खिलाफ शिकायत लेने से इनकार कर दिया, इसलिए उन्होंने अदालत में शिकायत दर्ज करने का फैसला किया। एक प्रतिनिधिमंडल ने आरोप की जांच के लिए सारण एसपी और डीएम से मुलाकात की और डीडीसी के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह किया। एसोसिएशन ने धमकी दी है कि जब तक उनकी मांगों का समाधान नहीं किया जाता है तब तक वे वरिष्ठ अधिकारियों के आवास और आवास पर तैनाती के दौरान सभी प्रकार की जिम्मेदारियों से दूर रहेंगे!

एसोसिएशन के सदस्यों का कहना है कि कानून प्रवर्तन में होमगार्ड सबसे कमजोर और शोषित समूह हैं। सारण के डीएम अमन समीर ने बुधवार को बताया कि होमगार्ड एसोसिएशन के एक प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा। उन्होंने और जानकारी देने से इनकार कर दिया। होमगार्ड के जवान को प्राथमिक इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।