नई दिल्ली, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पिछले हफ्ते 2000 रुपये के नोटों को वापस लेने का फैसला किया था. आरबीआई ने इन नोटों को जमा करने और बदलने के लिए 30 सितंबर तक की मोहलत दी है. लेकिन लोगों के लिए इन 2000 रुपये के नोटों को बदलवाना किसी टेढ़ी खीर से कम नहीं है.

इन 2000 रुपये के नोटों को बदलवाने के लिए नोटों का एक्सचेंज भी शुरू हो चुका है. सभी बैंकों और रिजर्व बैंक की शाखाओं में इन्हें मंगलवार से बदला जा रहा है. लेकिन दिल्ली में कई इलाकों में 2000 रुपये के नोटों को बदलवाने के पहले ही दिन लोगों में अफरा-तफरी देखी गई. ऐसे कई लोग हैं, जो अभी भी इन नोटों को लेकर कन्फ्यूजन में है. लोगों की शिकायत है कि बैंक उनसे नोटों को अकाउंट में जमा करने और इसके लिए पहचान पत्र दिखाने की मांग कर रहे हैं.

हालांकि, आरबीआई के आदेश के अनुरूप ये नोट अभी भी लीगल टेंडर हैं. लेकिन लोगों से 2000 रुपये के नोटों को उनके बैंक अकाउंट में जमा करने को कहा जा रहा है.

झुलसाती गर्मी के बीच लंबी कतारें और परेशान होते लोग
आरबीआई के निर्देश के अनुरूप नोट बदलवाने के पहले दिन ही बैंकों के सामने लंबी कतारें देखी गईं. लोगों में एक तरह की कन्फ्यूजन भी है, सबसे अधिक परेशानी बुजुर्गों को हो रही है.हालांकि, नोटों को बदलवाने की आखिरी तारीख 30 सितंबर है. लेकिन लोगों का जमावड़ा पहले ही दिन बैंकों के बाहर नजर आया. दिल्ली में बढ़ती गर्मी और लू के थपेड़ों के बीच लोगों को घंटों कतार में खड़ा होना पड़ा.

दिल्ली के लाजपत नगर में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की ब्रांच के बाहर लोगों में बहस भी हो गई. यहां बैंक की कतार में खड़ी शिवानी गुप्ता ने बताया कि बैंक प्रशासन को हमारी परेशानी का कोई अंदाजा ही नहीं है. इस चिलचिलाती गर्मी में इस तरह लंबी कतारों में खड़े होने का हमें, विशेष रूप से बुजुर्गों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.

पेट्रोल पंप- एक नया सिरदर्द
लोगों को पेट्रोल पंपों पर भी 2000 रुपये का इस्तेमाल करते वक्त दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कई लोगों की शिकायत है कि पेट्रोल पंप स्टेशन पर 2000 रुपये के नोट लेने से इनकार किया जा रहा है. इसके बजाए ऑनलाइन ट्रांजेक्श को तवज्जो दी जा रही है.

पेट्रोल पंप पहुंचे एक शख्स ने कहा कि मैंने पास के पेट्रोल पंप पर अपनी कार में फ्यूल भरवाने की कोशिश की थी. लेकिन उन्होंने 2000 रुपये का नोट लेने से इनकार कर दिया. इसके बजाये उन्होंने डिजिटल ट्रांजैक्शन पर जोर दिया. लेकिन रोजमर्रा के कामकाज में नकदी का इस्तेमाल करने वाले हम जैसे लोगों के लिए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन आसान नहीं है.

बैंक मांग रहे पहचान पत्र
कई बैंक भी 2000 रुपये के नोट बदलने से इनकार कर रहे हैं. वे ग्राहकों से इन नोटों को अपने बैंक अकाउंट में डिपॉजिट करने को कहते हैं. कई लोगों की यह भी शिकायत है कि बैंक सरकार के वादे के बावजूद 2000 रुपये के नोट जमा करने के लिए पहचान पत्र मांग रहे हैं. जबकि आरबीआई ने साफतौर पर कहा है कि इसकी कोई जरुरत नहीं है.

एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी राजेंद्र सिंह ने कहा कि भ्रम की स्थिति है कि कुछ लोगों से नोट उनके बैंक अकाउंट में जमा करने को कहा जा रहा है. 2000 रुपये के नोट एक्सचेंज नहीं किए जा रहे हैं. इससे लोग खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं. बैंक के बाहर कतार में खड़े एक अन्य शख्स ने कहा कि बैंकों को इस स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए था. उन्हें 2000 रुपये के नोट बदलवाने के लिए उचित प्रबंध करने चाहिए थे.

2000 रुपये का नोट बदलवाने के लिए लाजपत नगर के आईसीआईसीआई बैंक की ब्रांच के बाहर कतार में खड़े मनोज गुप्ता ने कहा कि यह पूरी तरह से थका देने वाला है. मैं बेमुश्किल ही अपने साथ कैश रखता हूं और इसके बजाए ऑनलाइन पेमेंट करता हूं. वहीं, मेरी पत्नी कैश में पेमेंट करना पसंद करती हूं.उन्होंने कहा कि जैसे ही 2000 रुपये के चलन से बाहर होने की खबर आई तो मेरी पत्नी ने घर का कुछ सामान खरीदने की सोची. लेकिन बाद में हमने इन नोटों को एक्सचेंज करने का फैसला किया ताकि उसकी जमापूंजी बची रहे.

अब ज्यादा देखने को मिल रहा 2000 रुपये का नोट
सब्जी बेचने वाले एक शख्स ने शिकायती लहजे में कहा कि पहले की तुलना में अब लोग ज्यादा 2000 रुपये के नोट का इस्तेमाल कर रहे हैं.आजादपुर मंडी में एक सब्जी विक्रेता ने बताया कि आपको पहले 2000 रुपये का नोट अधिक देखने को नहीं मिला होगा. लेकिन जब से सरकार ने इन नोटों को वापस लेने का फैसला किया है, तो हर कोई इन नोटों से पीछा छुड़ाना चाहता है.पार्लियामेंट स्ट्रीट पर आरबीआई बिल्डिंग के बाहर एक ऑन ड्यूटी सिक्योरिटी गार्ड ने कहा कि अभी तक लगभग 25 लोग 2000 रुपये का नोट बदलवाने आ चुके हैं.

वहीं, दिल्ली से सटे गाजियाबाद के राजनगर इलाके में यूनियन बैंक की ब्रांच में 2000 रुपये के नोटों को बदलने के लिए अलग से एक काउंटर की व्यवस्था की गई है. आरबीआई की गाइलाइंस के अनुरूप नोटों को बदला जा रहा है. गर्मी को देखते हुए पीने के पानी का इंतजाम किया गया है. दिल्ली में कई जगह नोट बदलने के लिए पहचान पत्र मांगे जाने की शिकायतें सामने आ रही हैं. लेकिन यहां पहचान पत्र जैसी कोई मांग नहीं की गई है.

आरबीआई का बैंकों को निर्देश
भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों को निर्देश दिए हैं कि 2000 रुपये के नोटों को बदलने के लिए किसी तरह के फॉर्मेट का दस्तावेजों को निर्धारित नहीं किया गया है. किसी भी तरह के दस्तावेज नोटों को बदलवाने के लिए जरुरी नहीं है. बता दें कि आरबीआई ने क्लीन नोट पॉलिसी का हवाला देकर 2000 रुपये के नोटों को वापस लेने का फैसला किया था.