आदित्य सिंह राजपूत की मौत के बाद मीडिया में तमाम तरह की खबरें चलीं. किसी ने उनके ड्रग के ओवरडोज होने की बात कही, तो किसी ने बताया कि अस्पताल में उनकी मौत हुई है. आदित्य की बेस्ट फ्रेंड सुबुही जोशी से जब आजतक से उनकी मौत के पीछे की सच्चाई जानने की कोशिश की, तो वो बहुत गुस्से में थीं. दरअसल उन्होंने बताया कि उन्होंने लेट नाइट सारी खबरें देखी और खबर में जिस तरह उसे ड्रग ओवरडोज की बातें कर रहे हैं, वो गलत है.

ड्रग ओवरडोज की खबर कहां से आई
सुबुही जोशी बताती हैं, मुझे समझ नहीं आता है कि लोग कैसे इतने इंसेसिटिव हो सकते हैं. मैं जब ड्रग ओवरडोज की खबर पढ़ रही थी, तो मुझे मीडिया समेत उनके कुछ दोस्तों पर बहुत गुस्सा आया, जिन्होंने ये सारी झूठी बातें फैलायी हैं. मैं कल से इतनी बिजी थी, कि मुझे क्लैरिफिकेशन करने का मौका नहीं मिला. जरा सोचें उनकी मां पर इस तरह की घटिया खबर सुनकर क्या गुजरती होगी. एक तो उन्होंने अपना बेटा खोया है और ऊपर से इस तरह की बदनामी हो रही है. सच कहूं, तो मेरे दोस्त की मौत का तमाशा बना कर रख दिया है.

क्या हुआ था…
घटनाक्रम पर डिटेल पर बात करते हुए सुबुही जोशी कहती हैं, मौत के दिन आदित्य से मेरी करीब सुबह के साढ़े 11 बजे बात हुई थी. हम रोजाना फोन पर 10 बार बातें किया करते थे. बातों से कहीं नहीं लगा कि वो दुखी है या कोई दिक्कत होगी. खैर, मुझे उसके हाउस हेल्प ने बताया कि उसे मॉर्निंग में एसिडिटी की दिक्कत हुई थी. उसने दवाई भी खाई थी. दोपहर के वक्त मुझे एक कॉमन दोस्त का कॉल आया कि आदित्य बाथरूम में गिर गया था. मेरा घर उसके घर से करीब 3 मिनट की दूरी पर है, तो मैं भागते हुए वहां पहुंची, तो वहां उसकी बॉडी बेड पर थी. उसके सिर पर चोट के निशान थे. हाउसहेल्प ने कहा कि आदित्य जब वॉशरूम के लिए गया, तो वहां फिसलकर गिर गया था, आवाज इतनी जोर से थी कि हाउस हेल्प दौड़ता हुआ उसके पास पहुंचा. उसने आदित्य को उठाने की कोशिश की लेकिन वो असमर्थ था, तो वो भागते हुए नीचे गार्ड्स को बुला लाया. इस बीच गार्ड और हाउस हेल्प की मदद से उसे बेड पर लिटाया गया. आदित्य जहां गिरा था, वहां टाइल्स पर भी क्रैक्ड के निशान थे.

अस्पताल नहीं ले गए थे
सुबुही जोशी अस्पताल ले जाने की खबर को भी गलत बताते हुए कहती हैं, ये खबर भी गलत है कि आदित्य को अस्पताल ले जाया गया था. दरअसल आदित्य की बिल्डिंग के नीचे ही डॉक्टर को जल्दबाजी में बुलाया गया था. उन्होंने ईसीजी टेस्ट किया और बताया कि बाथरूम में गिरने के दौरान ही उनकी जान जा चुकी थी. डॉक्टर ने हमें तुरंत पुलिस को फोन किया और मेरे कॉल करने पर पुलिस आई. उन्होंने सबसे पूछताछ की है और फिर आदित्य की बॉडी को आगे की फॉर्मैलिटी के लिए अस्पताल लेकर आ गए हैं. पोस्टमॉर्टम सुबह होना है. मैं यही कहना चाहूंगी कि ड्रग ओवरडोज की झूठी खबर फैलाने से पहले पोस्टमॉर्टम का इंतजार तो कर लेते. जब रिपोर्ट्स आएंगी, तो सब दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा. लेकिन जो उसके इमेज को डैमेज कर दिया गया है, उसकी भरपाई कौन करेगा

मां को कॉल कर कहा कि आप मुंबई आ जाओ..
सुभी बताती हैं, मेरे लिए सबसे टफ टास्क उसके घरवालों को फोन कर उसकी मौत की जानकारी देना था. समझ नहीं आ रहा था कि उसकी मां को क्या बताऊं. वो लगातार आदित्य के फोन पर कॉल कर रही थीं, मैं फोन उठाकर बस इतना ही बता पाई कि आंटी आप मुंबई आ जाओ, आदित्य अस्पताल में है. हालांकि मीडिया पर जो खबरें चलने लगीं, तो उन्हें सब पता चल गया. उनकी हिम्मत को मानना पड़ेगा कि वो अकेले दिल्ली से ट्रैवल कर यहां आ रही हैं. आदित्य के परिवार में उसके पापा नहीं हैं, बस मां और बहन है. वो लेट नाइट मुंबई पहुंची हैं.

बॉयज पार्टी कर रहा था आदित्य
सुबोही कहती हैं, अमूमन आदित्य की सारी पार्टीज में मैं होती हूं लेकिन बीती रात वो अपने तीन दोस्तों संग बॉयज पार्टी कर रहा था. पार्टी के दौरान मेरी आदित्य से वीडियो कॉल पर भी बात हुई थी. वो लोग इंजॉय कर रहे थे. देर रात पार्टी के बाद सभी दोस्त अपने घर लौटे और आदित्य सो गया था. सुबह जब उठा तो उसे एसीडीटी की दिक्कत हुई थी. यह पहली बार नहीं था, उसे हमेशा इसकी शिकायत रहती थी. पुलिस ने पार्टी में मौजूद इन दोस्तों से भी पूछताछ की है.