भोपाल। 9 मई की सुबह एमपी और तेलंगाना ATS टीम के संयुक्त ऑपरेशन में 16 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार किए गए इन आतंकियों के पास से हिज्ब-उत-तहरीर (HUT) से लिंक के सबूत मिले थे। आपको बता दें कि भोपाल से 10, छिंडवाड़ा से 1 और तेलंगाना से 5 को हिरासत में लिया गया था। जिन्हें भोपाल की NIA कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने सभी को 19 मई तक पूछताछ के लिए रिमांड पर भेज दिया था। जिनकी रिमांड की अवधि शुक्रवार (19 मई) को पूरी गई। सुनवाई के बाद कोर्ट ने 24 मई तक 10 आतंकियों को पुलिस रिमांड और 6 आतंकियों को ज्यूडिशियल रिमांड पर भेज दिया है। जहां उनसे फिर पूछताछ की जाएगी।

पूछताछ में हुए कई चौंकाने वाले खुलासे

सूत्रों के मुताबिक अचारपुरा पहाड़ी पर बने फार्महाउस पर पकड़े गए संदिग्ध आतंकियों की ट्रेनिंग हुई थी। भोपाल ATS ने अलग-अलग ट्रेनिंग कैंपों पर दबिश देकर सर्च ऑपरेशन किया। दबिश के दौरान ATS संदिग्ध आतंकियों को ट्रेनिंग कैंप पर भी ले गई। बैरसिया डैम के पास बने फॉर्म हाउस और भोजपुर नीमखेड़ा गांव में कैंप में ट्रेनिंग ली। एटीएस फॉर्म के मालिक से भी पूछताछ कर रही है।

आतंकियों ने कबूला धमाके नहीं कर सके

रिमांड खत्म होने से पहले तक ATS ने सभी संदिग्ध आतंकियों से कई राज उगलवाए, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भोपाल का जिम ट्रेनर यासिर खान हिज्ब-उत-तहरीर के लिए मानव बम बनने को तैयार था। एमपी में चुनाव से पहले भीड़ भाड़ वाले इलाके में बम फेंक इस्लाम के लिए शहादत देना चाहता था। यासिर इस्लाम खतरे में है, जैसी बातों से परेशान रहता था। आतंकियों ने कबूल किया है कि किस्मत खराब थी, इसलिए धमाका नहीं कर पाए। HUT के संदिग्ध आतंकियों के निशाने पर बीजेपी के बड़े नेता भी थे। विधानसभा चुनाव से पहले बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी थी। चुनाव से पहले बड़े ब्लास्ट करने की प्लानिंग थी, वारदात को अंजाम देने के लिए हथियार जुटाए जा रहे थे।