इंदौर में भी वर्कशॉप के साथ रजिस्ट्रेशन होंगे शुरू – 31 अगस्त तक प्रक्रिया पूरी करने के बाद मिलने लगेगी राशि भी
इंदौर। चुनावी साल में सरकारी खजाने को पूरा तरह से लुटाया जा रहा है। अभी 42 हजार करोड़रुपए लाडली बहना के लिए कैबिनेट (Cabinet) ने मंजूर किए, तो अब एक हजार करोड़ (One Thousand Crore) की राशि सीखो-कमाओ योजना पर खर्च की जाएगी। 8 से 10 हजार रुपए महीने का स्टायपेंड युवाओं को दिया जाएगा। इंदौर सहित प्रदेशभर में इस योजना को लेकर 22 मई से 14 जून तक कार्यशालाओं का आयोजन होगा। वहीं 15 जून से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू होगी और फिर 31 अगस्त से प्रशिक्षण प्रारंभ होने के एक माह बाद से चयनित युवाओं को स्टायपेंड की राशि मिलना शुरू हो जाएगी।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर नई योजना मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना लांच की जा रही है। इस योजना को लागू करने की स्वीकृति तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग द्वारा दी गई। इस योजना के तहत युवाओं को इच्छानुसार काम सीखने के साथ ही हर महीने निश्चित स्टायपेण्ड भी मिलेगा। यह स्टायपेण्ड 8 हजार रूपए से 10 हजार रूपए प्रतिमाह तक का रहेगा। यह योजना युवाओं के स्वाभिमान और सम्मान का प्रतीक बनेगी। इस योजना से एक लाख युवाओं का कौशल विकास किया जाएगा। योजना के अंतर्गत कम से कम एक लाख युवाओं को प्रतिष्ठानों में प्रशिक्षण कराने के उद्देश्य से एक हजार करोड़ रूपए की स्वीकृति प्रदान की गई। इस योजना अंतर्गत 18 से 29 वर्ष के ऐसे युवा जो मध्यप्रदेश के स्थानीय निवासी हैं तथा जिनकी शैक्षणिक योग्यता 12वीं अथवा आईटीआई या उच्च है, वे पात्र होंगे।