जबलपुर: चुनावी साल में एक तरफ जहां कांग्रेस शिवराज सरकार पर कई बड़े घोटालों का आरोप लगा रही है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के विधायक भी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने लगे हैं. जबलपुर में इन दिनों शराब सिंडिकेट को लेकर जमकर सियासत गरमाई हुई है. सिंडिकेट द्वारा शराब के दाम बढ़ाने के बाद बीजेपी विधायक सुशील तिवारी ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को कड़ा पत्र लिखा है.
पनागर सीट से बीजेपी विधायक सुशील तिवारी का कहना है कि जबलपुर में शराब माफियाओं ने जनता को लूटने का काम शुरू कर दिया है. शराब ठेकेदारों ने आबकारी नीति को ठेंगा दिखाते हुए सिंडिकेट बनाकर शराब के शौकीनों को लूटने का काम शुरू कर दिया है. शराब के दाम अनाप-शनाप बढ़ा दिए हैं. शराब सिंडिकेट बोतल पर लिखी एमआरपी से ज्यादा दाम वसूल कर रहा हैं. विधायक सुशील तिवारी ने आरोप लगाया है कि शराब व्यापारियों ने आपस में मिलकर एक सिंडिकेट बना लिया है. इसमें उन्हें आबकारी विभाग के एक बड़े अधिकारी की शह मिली है.
बीजेपी विधायक सुशील तिवारी ने शराब माफिया की मुनाफाखोरी का गणित भी समझाया है. उन्होंने बताया कि अंग्रेजी शराब की बोतल पर जहां 150 से लेकर 200 रुपए तक का इजाफा कर दिया गया है. वहीं, देशी शराब पर भी 25 से लेकर 40 रुपए तक की बढ़ोतरी की गई है. अकेले जबलपुर में एक लाख से डेढ़ लाख बोतल शराब प्रतिदिन बिकती है. इस तरह शराब सिंडिकेट द्वारा 30 से 40 लाख रुपए प्रतिदिन अतिरिक्त वसूली की जा रही है.
जबलपुर जिले में 45 ग्रुप में 143 शराब दुकानों है. इसमें 40 ग्रुप के ठेकेदारों ने मिलकर सिंडिकेट बना लिया है. कुछ ठेकेदार फिलहाल सिंडिकेट के बाहर है लेकिन जिस तरह से शराब के दाम बढ़ाए गए हैं,उससे सरकार को तो राजस्व नुकसान हो ही रहा है,साथ में जनता को भी लूटा जा रहा है. विधायक सुशील तिवारी ने आरोप लगाया है कि इस मिलीभगत में आबकारी विभाग के अधिकारी भी शामिल हैं. उनके पास इसके पुख्ता सबूत हैं. इस मुद्दे को लेकर वह सरकार से कार्रवाई की मांग भी कर रहे हैं.
कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन को की गई शिकायत के बाद आबकारी विभाग द्वारा कई दुकानों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.आबकारी कंट्रोल रूम की टीम ने शहर की कई दुकानों में पहुंचकर जांच की. आबकारी विभाग द्वारा गणेश चौक, ककर तलैया, मदन महल, मीरगंज, मानेगांव, मोटर स्टैंड (एक), बल्देवबाग, विजय नगर, भानतलैया और घाना स्थित शराब दुकानों की जांच की गई थी. जांच में इस सभी दुकानों में गड़बड़ी पाई गई,जिस पर लाइसेंसी शराब ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई करने के नोटिस दिए गए हैं.