भोपाल , मध्यप्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) की गिरफ्त में आए कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर के संगठन से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है. मालूम हुआ कि पकड़े गए आरोपियों में से तीन लड़के पहले हिंदू धर्म में थे लेकिन बाद में उन्होंने मुस्लिम धर्म अपना लिया. यही नहीं, उन्होंने अन्य हिंदू युवतियों को भी इस्लाम धर्म धारण करवा दिया और उनसे शादी कर ली. जांच में यह भी सामने आया है कि पकड़े गए आरोपियों में से एक भोपाल में कोचिंग चलता था जहां लोगों को ब्रेनवॉश किया जाता था. पहले लड़कों ने बदला धर्म फिर लड़कियों को बनाया मुसलमान…
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया, ‘ एटीएस की पूछताछ में सामने आया है कि हिज्ब-उत-तहरीर के गिरफ्तार किए गए सदस्यों में से 3 सदस्य ऐसे हैं, जिन्होंने हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम कबूल किया है. यही नहीं, इन्होंने हिंदू युवतियों से शादी कर बाद में उनका भी धर्म परिवर्तन कराया है.
सौरभ बना सलीम और देवी प्रसाद का नाम रखा अब्दुर्रहमान
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के मुताबिक, जिन आरोपियों ने हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम अपनाया उनमें हैदराबाद से गिरफ्तार मोहम्मद सलीम है जिसका असली नाम सौरभ राजवैद्य है. इसके अलावा देवी प्रसाद पांडे ने अपना नाम बदलकर अब्दुर्रहमान रख लिया था. हैदराबाद के रहने वाले वेणु कुमार ने अपना नाम अब्बास अली रख लिया. इन सभी ने हिंदू लड़कियों से शादी की और उन्हें भी इस्लाम कबूल करवाया. हैरानी की बात यह है कि पकड़े गए आरोपियों में से एक भोपाल में रहकर कोचिंग भी चलाता था जहां लोगों का ब्रेनवॉश किया जाता था.
ओवैसी के कॉलेज में प्रोफेसर था पकड़ा गया एक आरोपी
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि ATS द्वारा पकड़े गए आरोपियों में से मोहम्मद सलीम AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के कॉलेज में प्रोफेसर था. एटीएस उसके खातों की भी जांच में लगी है
MP को ‘द केरल स्टोरी’ नहीं बनने देंगे: शिवराज
मध्य प्रदेश एटीएस की यह कितनी बड़ी सफलता है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बयान देते हुए कहा कि पकड़े गए आरोपियों में से कोई जिम ट्रेनर था, तो कोई दर्जी था, कोई ऑटो चलाता था, तो कोई कोचिंग चलाता था. इन सब का मकसद था समाज में रहकर घुल-मिलकर भोली-भाली लड़कियों का ब्रेनवॉश किया जाए और उन्हें आतंक के दलदल में धकेला जाए.