ग्वालियर । एमपी हाई कोर्ट की ग्वालियर बेंच के जस्टिस रोहित आर्य हमेशा अपनी सुनवाई को लेकर चर्चा में रहते हैं। तलाक केस की सुनवाई के दौरान उन्होंने कमाल का फैसला सुनाया है। इस केस में पत्नी ने अपने पति पर 12 केस किए थे। दोनों अब एक-दूसरे से अलग होना चाहता था। 45 वर्षीय पति प्रशांत शर्मा बेटी को अपने साथ रखना चाहते हैं। तलाक केस की सुनवाई के दौरान पति-पत्नी और बेटी के साथ दोनों के पिता कोर्ट में मौजूद थे। जस्टिस रोहित आर्य ने दोनों पक्ष की बातों को सुना है। सुनवाई के दौरान लोगों को फटकार भी लगाई है। अंतिम नतीजे तक पहुंचने से पहले उन्होंने परिवार को बचाने की कोशिश की है।
जज साहब ने सुनवाई की शुरुआत में कहा कि क्यों बाबूजी परिवार को खराब कर रहे हैं? शादी के 14 साल हो गए हैं। बच्ची बोल रही है कि वह बाबा के साथ जाना चाहती है। इस केस में दोनों पक्ष के लोग काफी पढ़े लिखे थे। महिला के पिता वैज्ञानिक के पद से रिटायर हैं। वहीं, युवक के पिता भी ग्रामीण बैंक से रिटायर हैं। महिला और उसके पति भी पढ़े लिखे हैं। जस्टिस रोहित आर्य ने सुनवाई के दौरान कहा कि आप सभी लोग पढ़े लिखे हैं। फिर इतने पढ़े लिखे होने का क्या फायदा है।
दोनों को समझाया
उन्होंने कहा कि आप दोनों में झगड़ा चल रहा है। आप दोनों इसे आपस में बैठकर सुलझा लो। आपकी एक बच्ची है। आप दोनों में झगड़े की शुरुआत हुई। इसके बाद एक-दूसरे को नीचा दिखाने के लिए ईगो फाइट शुरू हो जाती है। मां-बाप बीच में आकर माचिस की तिली लगा जाते हैं तो बात और बढ़ जाती है। फिर इसमें कुछ रिश्तेदार आ जाते हैं और कहते हैं कि डरते क्यों हो। कोर्ट-कचहरी होगा। इसके बाद आप दोनों का दिमाग डायवर्ट हो जाता है। अब आप दोनों को जो पूरा डायरेक्शन मिल रहा है, वो लड़ने का मिल रहा है।
पत्नी ने पति पर किए 12 केस
जस्टिस रोहित आर्य ने दोनों को समझाते हुए कहा कि आप कहेंगे कि ये तैयार नहीं थे। ये कहेंगी ये तैयार नहीं थे। इसमें कोई सच्चाई नहीं है ये सब एक अवधारणा है। आपके हिसाब से आप जो कह रहे हैं वो सही है। इनके हिसाब से वो सही है, जो ये कह रही हैं। ऐसी स्थिति में सही क्या है, ये जानना बड़ी मुश्किल है। उन्होंने पति से कहा कि आप तैयार होकर आए हैं कि तलाक लेना है। उसके बात पति कुछ कहता है। इस पर जज साहब कहते हैं कि मैं समझ गया हूं आपकी बात को। इन्होंने आपको बहुत परेशान किया है। आपके ऊपर 12 केस किए हैं।
बच्ची के मन में क्या ख्याल आएगा
ग्वालियर बेंच के जस्टिस रोहित आर्य ने पति से पूछा कि आपसे इनसे अलग होकर क्या करोगे। आपकी उम्र 45 हो गई। इसी के आसपास मैडम भी होंगी। सोचो इस पड़ाव में अलग होकर तुमलोग क्या करोगे। ये बच्ची जब बड़ी होगी तो तुम दोनों के बारे में इसके मन क्या ख्याल आएगा। शादी के बारे में ये क्या सोचेगी। इसके मन में आज से ही शादी को लेकर ये बात बैठ गई है। आगे चलकर क्या होगा। यह सोचेगी कि शादी का ऐसा हश्र होता है। ये तो समय ही बताएगा। इसके लिए आप दोनों जिम्मेदार हैं। दोनों में कोई कम नहीं है। जब ऐसा ही था तो आप दोनों ने क्यों शादी की। क्यों बच्चा पैदा किया। क्या आप दोनों की जिम्मेदारी इस बच्ची के लिए नहीं थी। अब तुम दोनों किसके लिए जिंदगी जिओगे। आप दोनों को इसकी परवरिश करनी है।