प्रवर्तन निदेशालय( ईडी) ने मंगलवार को बड़ा खुलासा किया है। ईडी ने प्रदेश के कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव, चंद्रदेव राय आईएएस अधिकारी रानू साहू और जेल में बंद कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी सहित कई लोगों की 51.40 करोड़ की संपत्ति जब्त किया है।  जिसमें सोना, लग्जरी गाड़ी, जमीन  सहित नकद शािमल है।
 ईडी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जानकारी देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के आईएएस अफसर, कोल कारोबारी और कुछ कांग्रेसी विधायकों की संपत्ति सीज की गई है।
पिछले साल से ही प्रवर्तन निदेशालय छत्तीसगढ़ में कोयला लेवी वसूली मामले की जांच कर रही है, इस मामले में अब ईडी ने संपत्ति ज़ब्त की है। मंगलवार को इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए ईडी की तरफ से ट्विटर पर लिखा गया कि प्रदेश में 90 चल अचल संपत्तियों को सीज किया गया है। जिनमें लग्जरी गाड़ियां, ज्वेलरी और नगद शामिल है। कुल 51. 40 करोड़ की संपत्ति को बरामद किया गया है।
ईडी ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि यह बरामदगी आईएएस रानू साहू, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव, विधायक चंद्र देव राय के पास से की गई है। यह कोल एक्सटॉर्शन स्कैम से जुड़ा हुआ मामला है। इसके अलावे नागरिक आपूर्ति निगम की चेयरमेन राम गोपाल अग्रवाल, कांग्रेस आरपी सिंह, विनोद तिवारी की संपत्ति को भी जब्त किया गया है।  ईडी की तरफ से कहा गया है कि जांच के दौरान सूर्यकांत तिवारी की उपरोक्त व्यक्तियों के साथ वित्तीय संबंध रहे है। पीएमएलए 2002 के तहत जब्ती की कार्रवाई की गई।  इस मामले में अब तक 221.5 करोड़ के आसपास की संपत्ति अटैच की जा चुकी है।

हवाला  और शराब मामले में रायपुर भिलाई में छापेमारी

मंगलवार की सुबह प्रवर्तन निदेशालय( ईडी) की टीम ने एक बार फिर से छापेमार कार्रवाई की है। प्रदेश में ईडी ने 2000 करोड़ रुपए के आसपास शराब घोटाले का दावा किया है। इस मामले में रायपुर के कारोबारी अनवर ढेबर ईडी की हिरासत में है और बार-बार महापौर एजाज ढेबर को भी पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर में बुलाया जा रहा है। अब मंगलवार को हुई छापेमारी के तार इसी कार्रवाई और घोटाले से जुड़े हैं।
खबर है कि अनवर से पूछताछ में छत्तीसगढ़ के बड़े ऐसे कारोबारियों के नाम सामने आए हैं जो हवाला का काम भी कर रहे थे। बड़ी मात्रा में रकम को विदेशी खातों में ट्रांसफर कर दिया करते थे, इसके अलावा कुछ ऐसे नाम भी सामने आए हैं जो आबकारी विभाग के अधिकारियों और कुछ नेताओं के साथ मिलीभगत करके शराब में अवैध पैसा बना रहे थे।
मंगलवार को जिनके ठिकानों पर ईडी के दबिश देने की खबर है, उनमें रवि बजाज, सुमित मालू और भिलाई के रहने वाले अरविंद सिंह शामिल हैं। इन सभी के ठिकानों पर ईडी की टीम सर्चिंग कर रही है।
28 मार्च को ईडी की टीम जमीन कारोबारी सुरेश बांदे, सीए प्रतीक जैन और कांग्रेस से जुड़े नेताओं के ठिकानों पर पहुंची थी। बुधवार 29 मार्च को रायपुर में आईएएस अनिल टुटेजा, शराब कारोबारी बलदेव सिंह भाटिया, भिलाई के होटल संचालक विनोद सिंह, रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, उनके भाई के घर पहुंची।

बड़ी तादाद में रकम दुबई भेजी

ईडी ने आधिकारिक तौर पर दावा किया है कि कारोबारी ढेबर और उसके साथियों ने प्रदेश में शराब के नाम पर एक सिंडिकेट खड़ा किया, जो सरकारी दुकानों में शराब की बोतल पहुंचने तक अपना मुनाफा उसमें जोड़ लिया करता था । इसमें शराब की बोतल बनाने से लेकर शराब की लेबलिंग करने वालों तक से वसूली की गई। बड़ी तादाद में रकम दुबई भेजी गई।