भोपाल । बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में कांग्रेस के कार्यालय में कथित रूप से तोड़फोड़ की। पुलिस अधीक्षक (जबलपुर) टीके विद्यार्थी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि कुछ गिरफ्तारियां हुई हैं और स्थानीय कांग्रेस नेता राजकिशोर पटेल द्वारा नामित आरोपियों का पता लगाने के लिए कई टीमों को भेजा गया था।

कांग्रेस के घोषणापत्र पर बवाल
दरअसल, कांग्रेस ने मंगलवार (2 मई, 2023) को कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर बेंगलुरु में अपना घोषणापत्र जारी किया था। पार्टी के मैनिफेस्टो में समाज में हिंसा फैलाने वाले समूहों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की बात कही गयी है, चाहे वो बजरंग दल हो या फिर पीएफआई जैसे समूह।

कांग्रेस नेता राजकिशोर पटेल के बयान के आधार पर FIR दर्ज
कांग्रेस नेता राजकिशोर पटेल के बयान के आधार पर कोतवाली पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई FIR में आईपीसी की धारा 147 (दंगा), सहित अन्य को शामिल किया गया है। एफ़आईआर में 6 लोगों के नाम हैं। पुलिस अधीक्षक ने कहा, “हमने तीन या चार गिरफ्तारियां की हैं। उनके बजरंग दल के सदस्य होने की पुष्टि करने के लिए उनके पहचान पत्रों की जांच की जाएगी।” पुलिस हिंसा को नियंत्रित करने में असमर्थ क्यों रही, इस पर एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि विरोध स्थल पर तैनात पुलिसकर्मी अपर्याप्त थे और यह अनुमान नहीं था कि विरोध प्रदर्शन पहले होगा।

एफ़आईआर के अनुसार, पटेल दोपहर 2 बजे के लिए निर्धारित बैठक के लिए कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार भवन पहुंचे थे, जब भगवा रंग में लिपटे लगभग 200 लोगों ने कार्यालय पर पथराव किया और ताले तोड़ दिए। वायरल हो रहे कई वीडियो में भीड़ को लाठी और पत्थरों से लैस और बजरंग दल के झंडे लिए कथित तौर पर एक शटर का ताला तोड़ते हुए और कार्यालय में प्रवेश करते हुए दिखाया गया है। उन्होंने कथित तौर पर कंक्रीट के स्लैब तोड़ दिए और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के एक होर्डिंग को फाड़ दिया।

FIR के मुताबिक, बजरंग दल जिंदाबाद और कांग्रेस पार्टी मुर्दाबाद के नारे लग रहे थे। उन्होंने कहा कि जो भी कांग्रेसी कार्यालय आएगा उसे मार दिया जाएगा। पटेल ने अपनी जान बचाकर भागने का दावा किया और तोड़फोड़ को दूर से देखा। वहीं, विहिप के संयुक्त सचिव प्रदीप गुप्ता ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “बजरंग दल के सदस्य शांतिपूर्वक विरोध कर रहे थे तभी उसके सदस्यों पर एक पत्थर फेंका गया, जिसके कारण विवाद बढ़ गया।हम निष्पक्ष जांच चाहते हैं। ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”

बजरंग दल बीजेपी पर शासन नहीं करता- भाजपा मीडिया प्रभारी
गुरुवार की घटनाओं के बाद, भाजपा ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए पार्टी पर राष्ट्र-विरोधी संगठनों का समर्थन करने का आरोप लगाया। बीजेपी के मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पारासर ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान कहा कि बजरंग दल बीजेपी पर शासन नहीं करता है। उन्होंने कहा, ”बीजेपी और बजरंग दल अलग हैं, अगर कोई कानूनी समस्या है तो पुलिस उसे सुलझा लेगी। अगर कांग्रेस बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात करती है तो भावनाएं भड़क जाती हैं। यह कांग्रेस की साजिश है। पूरे देश में गुस्सा है।”